किसान नेता शिवकुमार शर्मा उर्फ कक्का जी बोलेे, बीज का गेंहू है जो शिवराज पटेल निवासी रीवा द्वारा पूना भेजा जा रहा था, शिवराज पटैल गोडीखेेरी में उनकी कृषि भूमि को सिकमी पर लेकर खेती करते है, लेकिन म.प्र. सिविल सप्लाई कारपोरेशन की बोरीयों में गेहूं कैसे भरा गया ये जरूर जांच का विषय है।
नवलोक समाचार,नर्मदापुरम।
यहां मंगलवार को सिद्धबाबा धार्मिक स्थल के पास एक बंद बाडी कंटेनर में शाम के अंधेरे में टे्रक्टर ट्रालीयों से ढोकर भरा जा रहा था, जिसकी सूचना मुखबिर से मिलने पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ट्रक को पुलिस थाने में खड़ा करवा दिया था, जिसके बाद अब पांच सदस्यों का दल गठित कर जांच करवाई जा रही है।
बता दें कि सिद्धबाबा के समीप महाराष्ट्र नंबर के बंद ट्रक में गेहूं भरा जा रहा था, मामले की पड़ताल करने पर जानकारी सामने आई है कि उक्त गेंहु बीज का है जो सिविल सप्लाई के बारदाने में भरा हुआ है और उसकी सिलाई भी सरकारी धागे से की गई है। मामले में जानकारी देते हुए शिव कु मार शर्मा उर्फ कक्का जी कहना है कि हमारी कृषि भूमि गोड़ी खैरी में है जिसमें शिवराज पटेल द्वारा कुदरत 9 नामक बीज को बोया था, और बनारस के विकास रघुवंशी जो कि राष्ट्रपति पुरूष्कार प्राप्त कृषि वेज्ञानिक है के माध्यम से बोया गया था। उक्त गेहूं पूना भेजा जा रहा था, इस मामले में जिन लोगों ने गेहूं को पैक किया गया था उनके द्वारा मध्य प्रदेश सिविल सप्लाई कारपोरेशन की बोरियों में भर दिया गया था जो कि बड़ी गलती है, उक्त गेहूं को लेकर शिवराज पटैल द्वारा बीज प्रमाणन के पत्र आदि भी दिखाए है।
इस मामले में जांच का विषय है कि बीज के गेहु को भरने के लिए सरकारी बारदाना बड़ी मात्रा में कहा से आया, और सरकारी बारदाने से भरा हुआ ट्रक पूना तक कैसे जाता जबकि सोहागपुर से पूना तक कई जांच नाके आदि से गुजरना होता है। इस मामले में शिव कुमार शर्मा कक्का जी का नाम आने के सवाल पर उनका कहना है कि मेरा नाम लिया जाना गलत है लेकिन स्वभाव से व्यक्ति अपने बचाव में किसी ऐसे व्यक्ति का नाम लेता है जिससे उसे दिक्कत न आवे, बहरहाल ट्रक में यदि बीज का गेंहूं था तो सरकारी बारदाने में कैसे भरा गया, वही रात के अंधेरे में गेहूं का भरा जाना संदेह पैदा करता है। हाल फिलहाल प्रशसन द्वारा 5 सदस्यों की टीम बनाकर मामले की जांच के निर्देश दिए है, जो जल्दी ही अपनी रिर्पोट कलेक्टर को सौपेगी।
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