नवलोक समाचार, होशंगाबाद। कोरोना महामारी के डर ने लोगो को इतना भयभीत कर दिया है कि जो लोग काम धंधे के लिये दूसरे शहरों में मजदूरी करने ट्रेनों सहित अन्य साधनों से गये थे उन्हें अब पैदल ही घर लौटना पड़ रहा है , लोगो का कहना है कि ठेकेदार ने काम बन्द कर दिया है इसलिये घर लौट रहे है , कही काम भी नही मिलेगा , इससे अच्छा है पैदल ही घर पहुच जाएं।
पीएम मोदी के सामने कोरोना संकट की आने वाली भयतीत स्थिति से पहले ही पीएम ने सम्पूर्ण देश भर में लॉक डाउन के आदेश देकर , ट्रेनों बसों सहित हवाई सेवा भी बन्द कर दी।
ऐसे में दूरदराज के शहरों में दो वक्त की रोटी के निकले मजदूरों के सामने आर्थिक संकट के साथ साथ रोटी का संकट भी आ गया। ऐसे में कोई खंडवा से सिंगरौली तक पैदल निकल पड़ा है, बता दे कि मजदूर वर्ग जिस जगह काम करता था , अब वहां रुकना नही चाहता , बन्द के माहौल में मजदूर कैसे भी अपने घर पहुचना चाहते है। खंडवा से 200 किलो मीटर पैदल चलकर होशंगाबाद जिले में पहुचे मजदूरों ने बताया कि हम लोग 28 मार्च को निकले है। रास्ते मे कोई भोजन दे देता है तो कर लेते है पुलिस वाले भी भोजन करवा रहे है , पैसे होने की बात पर अधिकांश ने बताया कि पैसे तो हमारे पास है लेकिन क्या खरीद कर पेट भरे , सभी दुकानें बंद है।
बता दे कि पीएम मोदी ने मजबूर होकर ही बिना कोई तैयारी के लॉक बंदी की है , जिसके चलते देश भर के उन दिहाड़ी मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। बहरहाल नगर के सक्षम लोग भी इन राहगीरों को भोजन के पैकेट उपलब्ध करवा रहे है। मजदूरों ने बताया कि ठेकेदार ने काम बन्द कर कह दिया है कि अब घर पहुच जाओ , लॉक डाउन कब तक खुलेगा कोई भरोसा , इसलिये हम लोग कार्यस्थल पर रुकने की बजाय पैदल ही सिंगरौली के लिये निकल पड़े है। बता दे कि खंडवा से सिंगरौली की दूरी 600 किलोमीटर है , जिसे सभी मजदूर 10 दिनों में तय कर पाएंगे।
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