ब्रेकिंग
बिना नंबर और बगैर बीमा के सड़को पर दौड़ रहे नगर परिषद के वाहन एसटीआर - मड़ई वाइल्ड लाइफ पार्क के लिए हेलीकाप्टर सेवा शुरू पीएम आवास योजना में गड़बड़ी, पार्षद ने उजागर किया मामला अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू, अवैध शराब के अड्डों पर भी कार्रवाई खबर का असर: अवैध शराब पर पुलिस की कार्रवाई, दो महिलाओं से 10 लीटर कच्ची महुआ शराब जब्त सोहागपुर में जुआ खेलते युवकों पर पुलिस की कारवाई, 2190 रुपए जप्त सोहागपुर: घर में अचानक बिगड़ी तबियत, अस्पताल ले जाते ही युवक की मौत — कारण अज्ञात दीपावली पर मुस्लिम विकास परिषद ने बाँटी खुशियाँ, बच्चों को वितरित किए नए कपड़े, चेहरों पर झलकी मुस्क... बाजार में दीवाली की चहल-पहल के बीच भीषण झड़प, दो घायल, लोग दहशत में घर लौटे भाभी ने देवर को ब्लैकमेल किया,अब पुलिस की गिरफ्त में
खास खबरे

मॉकपोल में हुई गलती, कम अंतर से हार-जीत पर VVPAT की पर्चियों की होगी गिनती

भोपाल। मतदान की पारदर्शिता और निष्पक्षता के मद्देजनर ईवीएम में कराया गया मॉकपोल मध्य प्रदेश के 27 जिलों के 144 मतदान केंद्रों में विवाद का कारण बन सकता है। यहां मॉकपोल में ईवीएम में दर्ज मतों को मतदान से पहले नहीं हटाया गया।
इससे ये वोट भी वास्तविक मतदान में प्रत्याशियों को मिले मतों में शामिल हो गए। इसको लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेज दी है। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप यादव ने भी इसकी पुष्टि की।

बताया जा रहा है कि मतगणना में इन मशीनों में दर्ज मतों को तभी गिनती में लिया जाएगा, जब हार-जीत में इन मशीनों में दर्ज मत असर डाल सकते हैं। चूंकि, पीठासीन अधिकारियों ने वीवीपैट से मॉकपोल की पर्चियां हटा दी थीं, इसलिए बाकी पर्चियों से ही गिनती की जाएगी। हालांकि, इस बारे में अंतिम निर्णय चुनाव आयोग लेगा।

सूत्रों के मुताबिक, मतदान के बाद पीठासीन अधिकारियों ने पहले तो इस गलती को छुपाया। जब पर्यवेक्षकों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने पड़ताल कराई। इसमें 27 जिलों के 144 मतदान केंद्रों में मॉकपोल में दर्ज किए गए मतों को मतदान से पहले ईवीएम से नहीं हटाने की गलती पकड़ में आई।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!