मैक्सिको सिटी. मैक्सिको में तेल-गैस पाइपलाइन में विस्फोट के साथ भीषण आग लगने से अब तक 73 लोगों के मारे जाने की खबर है। 74 लोग घायल हुए हैं। करीब 80 लापता बताए गए हैं। भारतीय समयानुसार यह हादसा शनिवार सुबह हिडाल्गो कस्बे में हुआ है। वहां के गवर्नर उमर फयाद ने बताया कि स्थानीय लोग पाइपलाइन से तेल चुराने के लिए जमा हुए थे, तभी आग लग गई। आग पर काबू पा लिया गया है।
9 साल में सबसे बड़ी घटना
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, कुछ लोगों ने पाइपलाइन से तेल चुराने के लिए उसमें छेद कर दिया था। रिसाव बढ़ा तो लोगों में रिस रहे तेल को चुराने की होड़ लग गई, तभी धमाका हुआ और आग लग गई। अधिकारियों ने बताया कि मैक्सिको में तेल पाइपलाइन में विस्फोट की नौ साल में यह सबसे बड़ी दुर्घटना है। इससे पहले 2010 में पाइपलाइन में विस्फोट के कारण 28 लोग मारे गए थे।
ईंधन चोरी पर बन रही राष्ट्रीय नीति
हादसा ऐसे समय हुआ है, जब राष्ट्रपति लोपेज ईंधन चोरी को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी योजनाओं को अंजाम तक पहुंचाने में लगे हुए हैं। देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी पेमेक्स के मुताबिक उसकी पाइपलाइनों से बीते साल 21 हजार करोड़ रुपए के पेट्रो उत्पाद चोरी हुए। मैक्सिको में बीते साल टैंकों और पाइपलाइन से ईंधन चोरी होने के 13 हजार से ज्यादा केस दर्ज किए गए थे।
तेल सप्लाई घटी, पंपों पर कतार
ईंधन चोरी रोकने के लिए ऑइल कंपनी पेट्रोलियोस मैक्सिकंस (पेमेक्स) डिस्ट्रीब्यूशन प्रणाली में बदलाव कर रही है। उसने बताया कि ट्रांसपोर्ट सिस्टम में चोरी रोकने के लिए प्रणाली को ज्यादा सुरक्षित बनाया जा रहा है। इस बदलाव के कारण सप्लाई बाधित हुई है। इस कारण बीते दो हफ्ते देश में छह राज्यों के पंप ड्राई जैसी स्थिति में हैं। जिन पेट्रोल पंपों पर तेल-गैस ईंधन मिल रहा है, वहां सैकड़ों वाहनों की कतार लग रही है।
राष्ट्रपति ने दौरा किया
राष्ट्रपति लोपेज ओब्राडोर ने शनिवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया। स्थानीय मीडिया से बात करते हुए ओब्राडोर ने कहा, “इस अभियान को बंद करने की जगह तेल चोरी के खिलाफ अभियान को तेज किया जाएगा। इस समय सबसे अहम ये है कि घायलों का इलाज किया जाए, ताकि कुछ ज़िंदगियां बचाई जा सकें।”
Comments are closed.