मध्य प्रदेश में गाय को आवारा छोड़ना अपराध माना जाएगा। पंद्रह साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस सरकार इस दिशा में कानून बनाने पर विचार कर रही है। नई व्यवस्था में जुर्माने को भी दोगुना करने की तैयारी है। जो लोग दूध निकालने के बाद अपनी गाय को खुला छोड़ देते हैं, उनसे अब ढाई सौ के स्थान पर 500 रुपये अर्थ दंड वसूलने का नियम बनाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ ने अपने गृह जिले छिंदवाड़ा में कहा था कि उन्हें गोमाता सड़क पर नहीं दिखनी चाहिए। गायों के लिए प्रदेश के हर जिले में जल्द से जल्द गौशालाओं का निर्माण करने का एलान भी उन्होंने किया। नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने ‘वचन पत्र’ में भी कहा था कि उसकी सरकार बनने पर वह हर ग्राम पंचायत में गौशाला खोलेगी और इसके संचालन के लिए अनुदान देगी।
इस बीच राज्य के पशुपालन मंत्री डॉ. लाखन सिंह यादव ने बताया कि लावारिस गोवंश को गौशालाओं में रखा जाएगा। इससे गाय व बैल सड़कों पर नहीं घूमेंगे। पायलट प्रोजेक्ट 16 जनवरी से प्रदेश की राजधानी भोपाल से शुरू होगी और पांच हजार से अधिक लावारिस गोवंश को शहर के बाहरी इलाकों में स्थित गौशालाओं में रखा जाएगा।
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