ब्रेकिंग
समाजसेवी कन्‍नू लाल के जन्‍म दिन पर धार्मिक स्‍थलों के लिए एक लाख रूपये दान किये जायेगें बिना नंबर और बगैर बीमा के सड़को पर दौड़ रहे नगर परिषद के वाहन एसटीआर - मड़ई वाइल्ड लाइफ पार्क के लिए हेलीकाप्टर सेवा शुरू पीएम आवास योजना में गड़बड़ी, पार्षद ने उजागर किया मामला अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू, अवैध शराब के अड्डों पर भी कार्रवाई खबर का असर: अवैध शराब पर पुलिस की कार्रवाई, दो महिलाओं से 10 लीटर कच्ची महुआ शराब जब्त सोहागपुर में जुआ खेलते युवकों पर पुलिस की कारवाई, 2190 रुपए जप्त सोहागपुर: घर में अचानक बिगड़ी तबियत, अस्पताल ले जाते ही युवक की मौत — कारण अज्ञात दीपावली पर मुस्लिम विकास परिषद ने बाँटी खुशियाँ, बच्चों को वितरित किए नए कपड़े, चेहरों पर झलकी मुस्क... बाजार में दीवाली की चहल-पहल के बीच भीषण झड़प, दो घायल, लोग दहशत में घर लौटे
देश

खदान में फंसे 15 मजदूरों को बचाने के लिए 20 हाईपावर पंप लेकर एयरफोर्स विमान रवाना

शिलॉन्ग. जयंती हिल्स जिले में 15 मजदूर अवैध कोयला खदान में 15 दिन से फंसे हुए हैं। खदान में पानी भरा है। इसे निकालने के लिए वायुसेना का एक विमान शुक्रवार को 20 हाईपावर पंप लेकर रवाना हुआ है। इसके अलावा ओडिशा से फायर सर्विस टीम के 20 सदस्य भी बचाव अभियान के लिए रवाना हुए। करीब 350 फीट गहरी इस खदान में 13 दिसंबर को पानी भर गया था, इस दौरान मजदूर इसमें फंस गए थे।

एक मिनट में 1600 लीटर पानी बाहर फेंकेंगे पंप
फायर सर्विस के महानिदेशक बीके शर्मा ने कहा- एयरफोर्स का विमान हाईपावर पंपों के अलावा अन्य बचाव उपकरण लेकर रवाना हुआ है। ये पंप एक मिनट में 1600 लीटर पानी बाहर फेंकने की क्षमता रखते हैं। उधर, ओडिशा की फायर टीम बचाव अभियान में अहम भूमिका निभा सकती है, क्योंकि इस टीम को ऐसे हालत से निपटने का अनुभव है। फायर टीम के पास इस तरह की स्थितियों में काम आने वाले अत्याधुनिक उपकरण और मशीनें भी हैं।

इन दोनों टीमों के अलावा बचाव अभियान में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय टीमें भी लगी हुई हैं। इनके अलावा निजी कंपनी किर्लोस्कर ने भी मदद की पेशकश की है। इस कंपनी ने इंडोनेशिया की गुफा में फंसी फुटबॉल टीम के बचाव अभियान के दौरान भी उपकरण भेजे थे।
पंपों की क्षमता पर्याप्त ना होने पर रोका गया था काम
350 फीट गहरी इस खदान में करीब 70 फीट पानी भरा हुआ है। पानी निकालने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन, पंपों की क्षमता पर्याप्त ना होने की वजह से यह काम रोक दिया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज्यादा क्षमता वाले पंपों को आने में अभी 4 दिन का वक्त और लगेगा।

एनडीआरएफ को नहीं मिले अच्छे संकेत
एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट ने संतोष सिंह ने गुरुवार को कहा था- खदान में पानी का स्तर जांचने के लिए एक गोताखोर क्रेन के सहारे उतरा था। 15 मिनट बाद जब उसने सीटी बजाई तो उसे वापस ऊपर खींचा गया। पहली बार बचावकर्मी ने खदान से बदबू आने की बात कही। यह अच्छा संकेत नहीं है। हालांकि, चमत्कार होते हैं और हम अपनी उम्मीद नहीं छोड़ रहे हैं। लेकिन, व्यवहारिक तौर पर कहूं तो इस तरह के मामलों में मौके काफी कम होते हैं। थाईलैंड में गुफा में फंसे बच्चों के मुकाबले, यहां की स्थितियां ज्यादा मुश्किल हैं।

100 हॉर्स पावर के पंप मांगे, कोई जवाब नहीं मिला
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनडीआरएफ ने जिला प्रशासन से 100 हॉर्स पावर के पंप मांगे थे। लेकिन, अभी तक इस मांग पर कोई जवाब नहीं दिया गया है।

नदी का पानी भरने से फंसे थे मजदूर
ये मजदूर पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में स्थित खदान में फंस गए थे। मजदूर खुदाई कर रहे थे, इसी दौरान खदान के पास बहने वाली लैटीन नदी का पानी इसमें भर गया था। इसी पानी को निकालने के लिए पंप मंगाए गए थे, लेकिन इनकी क्षमता नाकाफी साबित हो रही है।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!