ब्रेकिंग
बिना नंबर और बगैर बीमा के सड़को पर दौड़ रहे नगर परिषद के वाहन एसटीआर - मड़ई वाइल्ड लाइफ पार्क के लिए हेलीकाप्टर सेवा शुरू पीएम आवास योजना में गड़बड़ी, पार्षद ने उजागर किया मामला अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू, अवैध शराब के अड्डों पर भी कार्रवाई खबर का असर: अवैध शराब पर पुलिस की कार्रवाई, दो महिलाओं से 10 लीटर कच्ची महुआ शराब जब्त सोहागपुर में जुआ खेलते युवकों पर पुलिस की कारवाई, 2190 रुपए जप्त सोहागपुर: घर में अचानक बिगड़ी तबियत, अस्पताल ले जाते ही युवक की मौत — कारण अज्ञात दीपावली पर मुस्लिम विकास परिषद ने बाँटी खुशियाँ, बच्चों को वितरित किए नए कपड़े, चेहरों पर झलकी मुस्क... बाजार में दीवाली की चहल-पहल के बीच भीषण झड़प, दो घायल, लोग दहशत में घर लौटे भाभी ने देवर को ब्लैकमेल किया,अब पुलिस की गिरफ्त में
देश

23 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, इनमें गहलोत खेमे से सबसे ज्यादा 12 मंत्री

जयपुर. राजस्थान में सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण हुआ। राज्यपाल कल्याण सिंह ने राजभवन में 13 कैबिनेट और 10 राज्यमंत्रियों को शपथ दिलाई। तीन दिन चले मंथन के बाद दिल्ली में राजस्थान का मंत्रिमंडल तय हुआ था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ चर्चा के बाद 23 मंत्री तय किए थे। गहलोत के खेमे से 12 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। वहीं, पायलट के करीबी माने जाने वाले 8 विधायक मंत्री बने हैं। दो मंत्रियों का दोनों खेमों से बराबर संपर्क है। हरीश चौधरी ऐसे विधायक हैं जो राहुल की सिफारिश पर मंत्री बनाए गए हैं।

मंत्रिमंडल पर नजर डालें तो 18 विधायक पहली बार मंत्री बने, जबकि पहली बार चुनकर आए 25 से अधिक विधायकों में से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया गया। 11 महिला विधायकों में से एकमात्र सिकराय विधायक ममता भूपेश मंत्री बनीं। मुस्लिमों में भी सिर्फ पोकरण विधायक सालेह मोहम्मद को मौका दिया गया। गठबंधन के दल आरएलडी से विधायक सुभाष गर्ग भी मंत्री बनाए गए।

कैबिनेट मंत्री

बीडी कल्ला (बीकानेर), शांति धारीवाल (कोटा उत्तर), परसादी लाल मीणा (लालसोट), सुजानगढ़ से मास्टर भंवरलाल मेघवाल, झोटवाड़ा से लालचंद कटारिया, केकड़ी विधायक डॉ. रघु शर्मा, अंता से प्रमोद जैन भाया, विश्वेंद्र सिंह (डीग-कुम्हेर), बायतू से हरीश चौधरी, रमेश मीणा (सपोटरा), चित्तौड़गढ़ से उदयलाल आंजना, प्रताप सिंह (सिविल लाइंस) और पोकरण विधायक सालेह मोहम्मद को मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया।

राज्यमंत्री और स्वतंत्र प्रभार

लक्ष्मणगढ़ (सीकर) विधायक गोविंद सिंह डोटासरा, सिकराय से ममता भूपेश, बांसवाड़ा से अर्जुन सिंह बामनिया, कोलायत से भंवर सिंह भाटी, सांचौर से सुखराम विश्नोई, हिंडौली से अशोक चांदना, अलवर ग्रामीण से टीकाराम जूली, वैर से भजनलाल जाटव, कोटपूतली से राजेन्द्र सिंह यादव और गठबंधन दल आरएलडी के भरतपुर से विधायक सुभाष गर्ग राज्यमंत्री या स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री बनाए गए हैं।

18 विधायकों को पहली बार बनाया गया मंत्री

रघु शर्मा, लाल चंद, विश्वेंद्र सिंह, हरीश चौधरी, रमेश मीणा, प्रताप सिंह, उदयलाल आंजना, सालेह मोहम्मद, गोविंद डोटासरा, ममता भूपेश, अर्जुन बामनिया, भंवर सिंह, सुखराम विश्नोई, अशोक चांदना, टीकाराम जूली, भजनलाल, राजेन्द्र यादव, सुभाष गर्ग।

पूरी कैबिनेट करोड़पति, दो की संपत्ति 100 करोड़ से ज्यादा
उदयलाल आंजना 107 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। विश्वेंद्र सिंह 104 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। इनके अलावा मुख्यमंत्री गहलोत और उपमुख्यमंत्री पायलट समेत सभी मंत्री करोड़पति हैं।

जयपुर-भरतपुर से सबसे ज्यादा मंत्री

14 जिलों से कोई मंत्री नहीं। सबसे ज्यादा 3-3 मंत्री जयपुर और भरतपुर से। दौसा-बीकानेर से 2-2, अलवर, चूरू, चित्तौड़, जालौर, बूंदी, अजमेर, कोटा, बाड़मेर, करौली, जैसलमेर, सीकर, बांसवाड़ा व बारां से 1-1 मंत्री बनाए गए हैं।

संवैधानिक पदों पर नवाजे जा सकते हैं वरिष्ठ नेता

विधायक सीपी जोशी, दीपेंद्र सिंह शेखावत, परसराम मोरदिया, भंवर लाल शर्मा, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, राजेंद्र पारीक, विजेंद्र ओला, राज कुमार शर्मा को मंत्री नहीं बनाया। इन्हें विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्यसचेतक, उप मुख्यसचेतक पद दिया जा सकता है।

2019 के लोकसभा चुनाव पर नजर

कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर सियासी समीकरण बैठाने की कोशिश की है। 25 में से 18 संसदीय क्षेत्रों से मंत्री बनाए गए हैं। जिन सात संसदीय क्षेत्रों से मंत्री नहीं बनाए गए हैं, उनमें शामिल पाली, सिरोही और झालावाड़ जिलों से एक भी कांग्रेस विधायक नहीं जीता है।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!