नव्लोक समाचार इटारसी । पूरी दुनिया मे कोरोना महामारी भयाभय रूप ले रही है , ऐसे में ज्योतिष की नजर में महामारी को लेकर आचार्य शिव मल्होत्रा का कहना है कि जब पाप युक्त होकर मकर राशि में हो या पाप युक्त शनि की मकर राशि पर दृष्टि हो या मकर राशि में कोई पापी ग्रह बैठकर शनि से संबंध बनाए उस साल में महामारी होती है या जिस साल राजा शनि ग्रह हो
उस साल में भी महामारी होती है। ऐसा पढ़ने में अध्ययन में आया है। कुल मिलाकर देखा जाए तो महामारी का संबंध शनि ग्रह से ही देखा गया है।
इस संवत् 2076 ई. सन् 2020 की 24 जनवरी से शनि ग्रह मकर राशि में आ गया है और इस साल का राजा भी शनि ग्रह है जिससे दोनों ही कंडीशन पूरी हो गई है शनि अपने गोचर बदलने से 1 महीने पहले ही अपना फल देने लगता है इसलिए दिसंबर लास्ट से ही कोरोना महामारी चीन में पहली बार दिखाई दी।
नया संवत् २०७७ चैत्र शुक्ल पक्ष 25 मार्च 2020 से हिंदू नया साल प्रारंभ होगा इस नया साल मैं राजा बदल जाएगा इस साल का राजा बुध ग्रह होगा। और 25 मार्च से कोरोना वायरस का प्रभाव धीरे-धीरे कम होने लगेगा। लेकिन इसका असर लगभग 3 से 5 महीने तक रहेगा। 13 मई को देवगुरु बृहस्पति भी मकर राशि में प्रवेश करेगा जिससे शनि को शुभता प्राप्त होगी। अर्थात 13 मई से पूर्णता करुणा वायरस महामारी से मुक्ति मिल जाएगी।
नोट:-1 इस समय शीतला माता का जाप करना एवम शनि ग्रह संबंधित वस्तुओं का दान करना महामारी से बचाता है।
नोट:-2 जिनकी जन्म पत्रिका में शनि ग्रह कमजोर है , पाप युक्त हैं उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
द्वारा – आचार्य शिव मल्होत्रा इटारसी।
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