मुंबई। पाकिस्तानी जेल में छह साल बिताकर स्वदेश लौटे सॉफ्टवेयर इंजीनियर हामिद निहाल अंसारी (33) बाघा-अटारी सीमा पार करके मंगलवार को ही स्वदेश लौटा है। हामिद ने कहा, ‘घर लौटकर मुझे वास्तव में बहुत अच्छा लग रहा है। मैं इस समय काफी भावुक हूं।’ परिजनों और दोस्तों ने हामिद का स्वागत किया। अधिकारियों ने बताया, पाकिस्तान में अपने जीवन के सबसे कठिन दौर के बारे में बताते हुए हामिद काफी भावुक हो गया था।
उसने कहा कि वह अपने परिवार के साथ घर वापस लौटने का जश्न मनाएगा और नई नौकरी की तलाश करेगा। हामिद ने कहा कि वह शादी करके अपना घर बसाना चाहता है। हामिद ने कहा कि पाकिस्तान की जेल में छह साल बिताने के दौरान उसने तीन सबक सीखे हैं। पहला, कभी भी फेसबुक पर किसी का भरोसा मत करना। दूसरा, अपने माता-पिता से कभी झूठ मत बोलना। तीसरा और आखिरी, अपनी सरकार पर भरोसा रखना।
पाकिस्तान की जेल में मिली यातनाओं के बारे में पूछे जाने पर हामिद ने कहा कि वह पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहता है और जीवन में अब आगे बढ़ना चाहता है। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हामिद ने कहा कि पाकिस्तान में गिरफ्तार होने के बाद उसने कभी नहीं सोचा था कि वह कभी घर वापस जा पाएगा। मगर, समय बीतने के बाद मुझे उम्मीद होने लगी थी कि एक दिन में घर लौट सकूंगा।
यह था मामला
हामिद को अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान में गैरकानूनी रूप से घुसने के आरोप में 2012 में गिरफ्तार कर लिया गया था। वह वहां कथित रूप से अपनी ऑनलाइन गर्लफ्रेंड से मिलने गया था। हामिद को 15 दिसंबर 2015 को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने तीन साल कैद की सजा सुनाई थी। वह तभी से पेशावर सेंट्रल जेल में बंद था। पाकिस्तान ने हामिद को भारतीय जासूस करार दिया था।
हामिद पर अवैध तरीके से पाकिस्तान में प्रवेश करने, प्रवेश के लिए फर्जी दस्तावेज बनाने और पाकिस्तान विरोधी अपराधों में संलिप्त होने के आरोप लगे थे। हामिद की सजा 15 दिसंबर को ही पूरी हो गई थी, लेकिन उसके कानूनी दस्तावेज तैयार नहीं होने की वजह से वह भारत नहीं लौट सकता था। पिछले गुरुवार को पेशावर हाई कोर्ट ने उसे वापस भेजने के लिए पाकिस्तान सरकार को एक महीने का समय दिया था।
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