मुंबई. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली हार को 2019 के लोकसभा चुनाव से जोड़कर नहीं देखते। उन्होंने बुधवार को कहा, “इन परिणामों का असर आम चुनाव पर नहीं पड़ेगा। राज्यों और लोकसभा चुनाव को आपस में जोड़ना सही नहीं है। दोनों चुनाव अलग-अलग मुद्दों पर लड़े जाते हैं।” तीनों राज्यों में पहले भाजपा की सरकार थी।
शाह ने मुंबई में एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा, “हम जनादेश स्वीकार करते हैं। हम इन राज्यों में क्यों हारे? इस पर विचार कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यह न केवल भाजपा के लिए, बल्कि देश के लिए भी जरूरी है कि पार्टी अगला चुनाव जीते। चुनाव हमारे लिए सिर्फ सरकार बनाने का जरिया नहीं है। हम चुनाव को लोक संपर्क का एक माध्यम मानते हैं।
शाह ने कहा- महागठबंधन का अस्तित्व नहीं
महागठबंधन : शाह ने कहा, “देशभर में कहीं भी इसका अस्तित्व नहीं है। महागठबंधन एक प्रकार की भ्रांति है, क्योंकि इसमें सारे रीजनल लीडर हैं।”
किसान: “किसानों को आपदा के वक्त जो मदद मिलनी चाहिए, हमने उसको तीन गुना दिया है। यूरिया उपलब्धता को शत प्रतिशत किया है। हमने किसानों को डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का काम किया है।”
राफेल : “राफेल सौदे में एक एक कोड़ी का भ्रष्टाचार नहीं हुआ। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए। राफेल मामले में अगर कांग्रेस के पास सबूत थे तो वह सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं गई?”
नरेंद्र मोदी : “नरेन्द्र मोदी के खिलाफ महागठबंधन हो या कुछ और हो, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, क्योंकि हम मोदीजी की क्षमता पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं।”
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