भोपाल. कांग्रेस मतगणना में किसी तरह की गड़बड़ी से निपटने की पूरी तैयारी में जुट गई है। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश के 229 उम्मीदवारों की भोपाल में बैठक ले रहे हैं। उन्हें मतगणना से जुड़ी बारीकियां बताई जाएंगी। मानस भवन में हो रही बैठक में प्रत्याशियों को विधि विशेषज्ञ ट्रेनिंग दे रहे हैं। बैठक में कमलनाथ के साथ विवेक तन्खा भी शामिल हैं।
बैठक शुरू होने से पहले कमलनाथ ने सभी उम्मीदवारों को मोबाइल फोन बंद करा दिए। दरअसल, चुनाव से पहले वायरल हुए वीडियो की वजह से भयभीत कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी उम्मीदवारों से मोबाइल फोन बंद करने को कहा। प्रत्याशियों को प्रदेश में कई जिलों में हुई ईवीएम की गड़बड़ियों और मुख्य चुनाव आयुक्त को की गई शिकायतों के मुख्य बिंदुओं के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
हालांकि बैठक में अरुण यादव, रामनिवास रावत, ओम पटेल और देवेन्द्र पटेल सहित कुछ उम्मीदवारों ने अपनी अनुपस्थिति की अर्जी पहले ही भेज दी थी। प्रत्याशियों को इस ट्रेनिंग में बताया जा रहा है कि कैसे उन्हें मतगणना के दिन सुरक्षा और सावधानी बरतनी है। कैसे गड़बड़ियों को पहचानना और रोकना है।
ईवीएम की सुरक्षा को लेकर मचा है बवाल : ईवीएम की सुरक्षा को लेकर पूरे प्रदेश में बवाल चल रहा है। कांग्रेस इस मसले पर चुनाव आयोग और हाईकोर्ट में अपनी शिकायत दर्ज करा चुकी है। सागर में खुरई की ईवीएम 48 घंटे बाद जमा होने पर वहां के रिटर्निंग अफसर को हटा दिया गया है। भोपाल में पीएचक्यू के मेस में डाक मतपत्र मिलने पर आयोग ने एएसआई तीन के खिलाफ कार्रवाई की है। भोपाल में पुरानी जेल को स्ट्रांग रूम बनाया गया है। यहां भी सीसीटीवी कैमरे बंद हो गए थे। इससे नाराज़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था। कांग्रेस ने सतना, सागर, खरगोन सहित कई जगह पर जान बूझकर ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
मीडियो के सवालों को टालते रहे कमलनाथ : मध्य प्रदेश में अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो क्या कमलनाथ मुख्यमंत्री होंगे। मीडियो के इस सवाल को कमलनाथ टालते रहे। कमलनाथ भोपाल में पार्टी प्रत्याशियों के ट्रेनिंग कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। कमलनाथ ने इतना ही कहा, कि समय आने दीजिए, तय हो जाएगा। हालांकि कमलनाथ ने खुद मुख्यमंत्री बनने की संभावना से इंकार नहीं किया, फिर वह बोले, कुछ दिन और इंतजार कर लीजिए।
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