मुकेश अवस्थी
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होशंगाबाद जिले की सोहागपुर तहसील में महाशिवराञि के दिन लगने वाले मेले में खिचडी खाने वाले करीब 450 लोगों को उल्टी दस्त की समस्या से जूझना पडा था। प्रशासन ने भी आनन फानन में व्यवस्था कर हालात को काबू में तो किया लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा इतने बडे हादसे के बाद भी कोई कार्रवाई नही की है। हम बता दें कि इस हादसे के बाद एक 6 वर्षीय बच्ची की मौत भी हो गई है साथ ही करीब 5 लोग अभी भी होशंगाबाद के अस्पतालों में इलाज करवा रहे। लेकिन न तो जिला कलेक्टर ने कार्रवाई के सबंध में कोई ठोस आदेश दिये है और न ही फुड विभाग द्वारा नगर की दुकानों आदि पर कोई बडी कार्रवाई की है।
जी हां प्रदेश भर में अहम माने जाने वाले होशंगाबाद जिले के सोहागपुर में महा शिवराञि के दिन कुछ वाहवाही लुटने वाले लोगों एवं समाजिक और धार्मिक आस्था दिखाने वाले युवाओं ने खिचडी बांट कर पुण्य लाभ कमाने का भरसक प्रयास किया था, जो दुसरे दिन अस्पताल में मरीजो की संख्या बढते ही विफल हो गया। मामले के चलते यहां शासकीय अस्पताल में करीब दो 450 लोग उल्टी दस्त की शिकायत लेकर पहुंच गए, जिनका इलाज अस्पताल सहित मंगल भवन में किया गया, मरीजों के बेहतर इलाज के लिये जिले के डाक्टरों और नर्सिग स्टाफ की टीम भी लगाई गई। जिससे लोगों को फायदा भी हुआ, अब हालात काबू में है। लेकिन गंभीर हादसे को लेकर न तो क्षेञीय विधायक विजय पाल सिंह ने दोषियों पर कार्रवाई की पहल की और न ही जिला कलेक्टर अविनाश लवानिया ने अभी तक टीम गठित करवा कर यह जानने का प्रयास किया कि खिचडी किससे द्वारा बांटी गई और खिचडी बनाने के लिए साबूदाना और तेल आदि कहां से खरीदा गया था। दबी जुबान से अब लोग प्रशासनिक अधिकारियों के दबाव में आकर कार्रवाई न करने की बात कह रहे है। वही उक्त मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है जिसके चलते शुक्रवार को ही जिला कांग्रेस के अध्यक्ष पुष्पराज पटेल ने अपने साथियों के साथ एसडीएम ब्रजेश सक्सेना को ज्ञापन देकर 7 दिनों में कार्रवाई न होने पर धरना और चक्काजाम का अल्टीमेटम तक दे डाला है.
खादय विभाग ने भी नही की कोई कार्रवाई
जिले की बडी घटना के बाद भी प्रशासन ने न तो स्थानीय दुकानों के कोई सेंपल लिये और न ही कोई बडी कार्रवाई की है, जानकारी के अनुसार शुक्रवार को खादय एवं औषधि विभाग की किसी अधिकारी ने नगर का दौरा तो किया साथ ही पुलिस थाने में भी पहुंच कर मामले के संबध में बात की लेकिन उम्मीद के अनुसार कोई कार्रवाई नही की है। कहा जा रहा है कि अधिकारी द्वारा सिर्फ रश्म अदायगी की गई है।
खादय विभाग के अधिकारी करते है वसूली
जानकारी के अनुसार यहां जांच पडताल के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है, सूञों का कहना है कि होशंगाबाद से एक महिला अधिकारी किराना दुकानों पर सेंपल की जांच करने आती है और दुकानदारों से वूसली कर लौट जाती है नाम न छापने की शर्त पर कुछ किराना दुकानदारो ने बताया कि मेडम आती है और हमें चमका कर पैसे लेकर चली जाती है। वही अब नगर के लोगों द्वारा स्थानीय तेल पैकिग कंपनी पर पर भी उंगली उठाई जा रहा है जो यहां के पुराने सरकारी अस्पताल रोड पर संचालित की जा रही है जिसमें तीन कंपनियों के नाम से तेल पैक किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि सबंधित फर्म के तेल की जांच होना चाहिये।
कलेक्टर लाबानिया ने नही दिये आदेश
हादेस की जानकारी लगते ही सोहागपुर आये जिला कलेक्टर लावानिया से मीडियाकर्मीयो द्वारा बार बार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई या हादसे की जांच के लिए कोई टीम गठित करने को लेकर सवाल किये गये लेकिन वे बात को टाल गये। वही कलेक्टर ने कहा कि अभी हम पीडितों को ठीक करने का प्रयास कर रहे है, जांच हमारी प्राथमिकता नही है।
क्या राजनीति आ रही आढे
मामले की जांच को लेकर अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नही उठाने को लेकर क्या राजनीति आढे आ रही है। बताया जा रहा है कि नगर के जिन लोगों द्वारा खिचडी बांटी गई है शायद वे किसी न किसी राजनैतिक संगठन से जुडे हो सकते है। वही नगर की जिन किराना दुकानों से तेल और साबूदाना बडी माञा में बेंचा जा सकता है वह भी किसी न किसी राजनेतिक दल से सबंध रखते है।
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