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मेघालय में नेवी टीम ने 35 दिन बाद 200 फीट की गहराई से एक शव निकाला

शिलॉन्ग. मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स स्थित अवैध खदान से मजदूरों को निकालने के लिए लगातार ऑपरेशन जारी है। गुरुवार को 200 फीट नीचे से नेवी की टीम ने एक शव को बाहर निकाला। खदान में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। खदान से अब तक एक करोड़ लीटर से ज्यादा पानी निकाला जा चुका है।
खदान में नदी का पानी भरने से फंसे मजदूर
प्लानिज टेक्नोलॉजी की वेबसाइट के मुताबिक, यह कंपनी आईआईटी मद्रास द्वारा पोषित कंपनी है। कंपनी नेवी के साथ रेस्क्यू में जुटी है। 13 दिसंबर को मजदूर खदान में थे। इसी दौरान पास में बहने वाली लैटीन नदी का पानी इसमें भर गया था, जिसके चलते मजदूर इसमें फंस गए थे।

इस खदान को रैट होल कहा जाता है। सुप्रीम कोर्ट लगातार मामले की सुनवाई कर रहा है। अदालत ने सरकार से पूछा था कि क्या राज्य सरकार ने अवैध खदानों पर कोई कार्रवाई की?

सरकार का कहना था कि खदान का संचालक गिरफ्तार हो चुका है। शुक्रवार को सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि उसे चमत्कार में विश्वास है, लेकिन देखना यह होगा कि कितने मजदूर खदान से सकुशल बाहर निकल पाते हैं?

रोबोटिक सबमर्सिबल इन्सपेक्शन में माहिर कंपनी भी मजदूरों को निकालने के लिए चलाए जा रहे अभियान से जुड़ी है। कंपनी के मुताबिक, रेस्क्यू में 6 सदस्यीय टीम और एक रिमोट से चलने वाला वाहन (आरओवी) लगाया गया है।

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