मुकेश अवस्थी।
पहले फोन कॉल से लोगो को बैंक प्रतिनिधि बनकर बैंक डिटेल सहित पासवर्ड और ओटीपी पूछकर चपत लगाने वाले सायबर अपराधियों ने फाइनेंशियल फ्रॉड का नया फंडा ढूंड लिया है। सब सोशल मीडिया एकाउंट को हैक कर यूजर्स के मेसेंजर से लोगो को मेसेज़ भेज कर पैसे मांगे जा रहे है, जबकि वास्तविक एकाउंट होल्डर को उसके नाम से होने वाले फ्रॉड की जानकारी तक नही है। पैसे की डिमांड गूगल pay सहित phone pay से ही कि जाती है , इन हैकर द्वारा बैंक खातों में पैसे की मांग नही की जा रही।
जितनी तेज़ गति से इंटरनेट का उपयोग हो रहा है उतनी ही तेज़ गति से सायबर क्राइम भी बढ़ते जा रहे है , सरकार लोगो को सावधान रहने की हिदायत तो देती है फिर भी लोग फायनेंसियल फ्रॉड में फंसकर आर्थिक नुकसान कर बैठते है। अब अपराधियों ने सायबर क्राइम का नया फ़ंडा तलाश लिया है, इनके द्वारा अब लोगो की फेसबुक आईडी को हैक कर यूजर्स के मैसेंजर बॉक्स से फ्रेंड्स लिस्ट के लोगो के पास पैसे की मांग अर्जेंट बताकर google pay या phone pay पर पैसे ट्रांसफर करवाने की रिक्वेस्ट की जा रही है। हाल ही में होशंगाबाद जिले के सोहागपुर में शासकीय कन्या विद्यालय के प्रचार्य के के दुबे की id को हैक कर हैकर द्वारा उनके मित्रो के पास मेसेज़ भेज कर पैसे की मांग की गई, वही एक अन्य व्यापारी के अकाउंट को भी हैक कर रकम की मांग की गई। बता दे कि हमारे पोर्टल के अधिकृत फेसबुक एकाउंट को भी हैक कर मित्रो के पास आज सोमवार की सुबह 9:26 पर मेसेज़ भेज कर पैसे की मांग की गई हैरत की बात है कि एक साथ कई लोगो को मेसेज़ भेज कर पैसे ट्रांसफर करने की बार बार रक़वेस्ट की गई। जिस पर लोगो ने सीधे वस्तविक एकाउंट होल्डर को फोन लगाकर पूछा गया तो मामला सामने आ गया। पड़ताल करने पर हैकर द्वारा google pay और phone pay द्वारा पैसे ट्रांसफर करने के लिये 9783531089 और paytm के लिये 7638022018 नम्बर लोगो को दिए गए है । मामले को देखते ही हैकर्स की शिकायत नेशनल सायबर क्राइम नई दिल्ली और मध्य प्रदेश साइबर सेल को की गई है।
वही स्थानीय पुलिस को भी शिकायत की गई जिस पर फिलहाल कोई एफआईआर दर्ज नही की गई। पुलिस इस प्रकार की जा रही ठगी को लेकर गम्भीर नही है । जबकि मोबाइल नम्बर बैंक खातों में लिंक होने की पड़ताल करते ही सायबर अपराधी फायनेंसियल फ्रॉड करने से पहले ही पकड़े जा सकते है। बता दे कि होशंगाबाद सहित मध्यप्रदेश भर में इस प्रकार के फ्रॉड को रोकने पुलिस ने सायबर सेल का गठन किया है लेकिन संसाधनों की कमी के चलते सायबर अपराधी पकड़े नही जा रहे ।
ऐसे में लोगो को जागरूक होने के साथ साथ सावधन रहने की भी जरूरत है।
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