नोकरी में आये 2 महीने बीते और वन विभाग का एसडीओ रिश्वत लेते हुआ गिरफ्तार

नवलोक समाचार। होशंगाबाद जिले के सोहागपुर में सामान्य वन परिक्षेत्र में 2 महीने पूर्व नोकरी में आये एसडीओ विजय मौर्य को विभाग ने प्रशिक्षु रेंजर बना कर पदस्थ किया था। जो मंगलवार की रात भोपाल लोकायुक्त की टीम के हाथों 50 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। विजय मौर्य को वन विभाग की नोकरी में पीएससी सलेक्ट होने के बाद सोहागपुर में सामान्य वन परिक्षेत्र में ट्रेनिंग पीरियड पर भेजा गया था। लकड़ी से भरे 2 ट्रेक्टरों पर टी पी नही होने पर वन विभाग के अधिकारियों ने ट्रेक्टरों को जप्त कर लिया था। जिसके बाद से ट्रेक्टर मालिक महेश तिवारी ट्रेक्टर छुड़वाने के प्रयास कर रहा था। फरियादी महेश तिवारी ने लोकायुक्त में शिकायत कर बताया था कि ट्रेक्टर छोड़ने के बदले प्रभारी रेंज अफसर द्वारा 3 लाख की रिश्वत मांगी जा रही थी।

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प्रशिक्षु एसडीओ के कमरे से मिले साढ़े 7 लाख नगद

बता दे कि दिसम्बर माह में फरियादी महेश तिवारी द्वारा रेलवे ट्रेक किनारे लगे झाड़ो को काटने का ठेका रेलवे से लिया गया था , जिसके चलते ट्रेक किनारे लगे वृक्षों को काटकर फरियादी द्वारा परिवहन किया जा रहा था , जिस पर वन विभाग के अधिकारियों द्वारा टी पी ट्रांसपोर्ट परमीशन न होने पर ट्रेक्टरों को जप्त कर लिया था। दिसम्बर माह में पकड़े गए ट्रेक्टरों को छुड़वाने के लिये महेश तिवारी द्वारा कोशिश की जा रही थी , जिसके चलते बकौल महेश तिवारी यह कि उससे ट्रेक्टरों के मूल्यांकन कम बता कर छोड़ने के बदले में ट्रेप हुए एसडीओ विजय मौर्य द्वारा 3 लाख की रकम मांगी गई थी। जिस की शिकायत महेश तिवारी द्वारा 6 फरवरी को लोकायुक्त में की गई थी , मामले की तस्दीक के बाद 50 हजार की रकम देने के बाद भोपाल से आई लोकायुक्त की टीम ने डीएसपी नवीन अवस्थी के नेतृत्व में छापामार कार्यवाई करते हुए एसडीओ विजय मौर्य को ट्रेप कर लिया। वही वन विभाग के रेस्ट हाउस के कमरे में ठहरे एसडीओ के कमरे की तलाशी लेने पर लोकायुक्त टीम को 7 लाख 25 हजार नगदी भी मिले है। जिनके बारे में आरोपी एसडीओ द्वारा साथी अफसरों को देना बताया जा रहा है। फिलहाल लोकायुक्त टीम ने कार्यवाही करते हुए विजय मौर्य के विरुद्ध भृष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 7 व 12 का प्रकरण दर्ज कर लिया है। टीम की सदस्य मयूरी गौर ने बताया कि आरोपी को मुचलके पर रिहा किया गया है , शीघ्र ही विवेचना पूर्ण होते ही होशंगाबाद विशेष न्यायालय में चालान पेश किया जाएगा । साथ ही एक अन्य मुकदमा भी दर्ज किया जा रहा है जिसमे अघोषित 7 लाख 25 हजार की रकम आय से अधिक प्राप्त हुई है , इस सम्बंध में अन्य लोगो को भी सह आरोपी बनाए जाने की सम्भावना है।

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