भोपाल/मुरैना. पूरे 43 दिन बाद शहर वासियों को रात में ठंड से राहत मिली है, पारा 13.8 डिग्री पर पहुंच गया। रविवार के मुकाबले इसमें 3 डिग्री का इजाफा हुआ। यह सामान्य से 2.4 डिग्री ज्यादा रहा। इसकी वजह, हवा का रुख बदलकर दक्षिणी होना है। वहीं, रात 8 बजे के बाद मुरैना शहर में तेज बारिश हुई ,जिसकी वजह से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच गईं हैं।
दरअसल, सोमवार की रात ज्यादा ठंडक भी नहीं थी। पारे की चाल भी ज्यादा तेज नहीं थी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीएन बिरवा ने बताया कि रात 8.30 बजे से दक्षिण-पूर्वी हवा चल रही थी। सुबह 5.30 बजे के बाद यह पूरी तरह दक्षिणी हो गई। इस वजह से तापमान में इजाफा हुआ। इसी के कारण तापमान भी ज्यादा नहीं लुढ़का। एक दिन पहले रात का तापमान 10.6 डिग्री दर्ज किया गया था। अभी तक उत्तर से सर्द हवा आ रही थी। इससे रात का तापमान लगातार कम रहा।
42 दिन में ऐसा रहा रात का तापमान
42 में से 37 दिन रात का तापमान 10 डिग्री से कम रहा। सिर्फ 5 दिन ही यह 10 डिग्री से पार पहुंच सका। इनमें से एक दिन 12 डिग्री पार तो हुआ, पर एक भी दिन यह 13 डिग्री पार नहीं पहुंच सका। बिरवा ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के पास इंडूयस लो प्रेशर सिस्टम यानी प्रेरित कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इससे हवा का रूख बदला है।
मुरैना में शाम तक हुई बारिश
सोमवार को मौसम में अचानक बदलाव आ गया। सुबह भी तेज धूप खिली थी, लेकिन दोपहर 12 बजे के बाद अचानक बादल छा गए और ठंडी हवा चलने लगी। शाम 4 बजकर 35 मिनट पर सर्द हवा की वजह से पारा 18 डिग्री से घटकर सीधे 14 डिग्री पर आ गया। सोमवार को जहां शाम 4.45 बजे ही शहर में अंधेरा छा गया और एमएस रोड पर दौड़ रहे वाहनों की हेडलाइट जलने लगी। रात 8 बजे के बाद मुरैना शहर में तेज बारिश हुई ,जिसकी वजह से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच गईं।
रिमझिम फुहारें गिरीं, सर्द हवा से कांपे लोग
शाम 4.45 बजे से शुरू हुई बूंदाबांदी 5.30 बजे तक चली। शहर की सड़कें पानी से भींग गईं और जिन इलाकों में सीवर लाइन की खुदाई हुई थी वहां मिट्टी की फिसलने से वाहन चालकों व पैदल राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं बारिश के साथ सर्द हवा चलने से कंपकपाहट शुरू हो गई। अंबाह-पोरसा, जौरा, कैलारस, सबलगढ़ में भी देर शाम को बूंदाबांदी हुई।
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