बुरहानपुर (एमपी)। प्रेमी युगल द्वारा लिखा चार पन्नों का सुसाइड नोट पढ़कर दोनों ही परिवार का दिल पसीज गया। इसके बाद गांव से एकसाथ प्रेमी युगल की शवयात्रा निकाली गई। ताप्ती नदी तट पर उनका अंतिम संस्कार किया। इन्हें भाइयों ने मुखाग्नि देकर उनकी अंतिम इच्छा पूरी कर दी।
म प्रसंग के चलते 8 दिन पहले बुरहानपुर जिले के ग्राम चौंडी की 18 साल की प्रियंका और 21 साल के राधे भागकर शिर्डी चले गए थे। परिवार की बदनामी के बाद दोनों मंगलवार को ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर ली थी। उससे पहले दोनों ने चार पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा था। इसमें उन्होंने प्रेम प्रसंग का किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया था।
दोनों के परिवार ने मिलकर मरने बाद पूरी कर दी उनकी आखिरी इच्छा
दोनों परिवार में आपसी समझौता कर दोनों का अंतिम संस्कार एकसाथ करने की इच्छा व्यक्त की थी, जिसे पढ़ने के बाद दोनों परिवार उनके शव लेने के लिए मंगलवार को शिर्डी गए थे। कानूनी प्रक्रिया के बाद दोनों परिवार उनके शव बुधवार सुबह 5.15 बजे ले आए। दोनों परिवारों में समझौते के बाद उनकी गांव से शवयात्रा निकाली गई। सुबह 6 बजे ताप्ती नदी तट पर अंतिम संस्कार किया। प्रियंका को उसके भाई राहुल और राधे को बड़े भाई गोपाल ने मुखाग्नि दी। उनकी पूरी प्रक्रिया दोनों परिवार मिलकर साथ करेंगे।
2 दिन नहीं जले चूल्हे, सुसाइड नोट पढ़कर हर कोई रोया
दोनों की मौत की खबर फैलने के बाद से पूरे गांव के 200 मकानों में दो दिन तक चूल्हे नहीं जले। अंतिम संस्कार के बाद कुछ परिवारों ने चूल्हे जलाए। बाकी अधिकांश घरों में दूसरे दिन भी खाना नहीं पका। गांव में 2 दिन तक मातम छाया रहा। किसी भी परिवार का व्यक्ति खेत तक नहीं गया। उनका सुसाइड नोट पढ़कर हर कोई रोया।
फेसबुक पर 4 पेज का सुसाइड नोट और फोटो अपलोड कर यह लिखा…
प्रियंका ने पिता के लिए सुसाइड नोट में लिखा, ”पापा! 9 साल से हमारा प्रेम-प्रसंग चल रहा था। पढ़ाई खत्म होने पर हम शादी करने वाले थे। 18 दिसंबर को राधे के साथ सगाई के लिए इच्छादेवी मंदिर पहुंची। इसके बाद हम दोनों घर लौटने वाले थे। इससे पहले स्कूल की लड़कियों ने घर पर यह बात बता दी। भाई सौरभ ने स्कूल पहुंचकर मेरे बारे में पूछताछ की। गांव में भी सबको पता चल गया था कि हम दोनों गायब हैं। गांव में बदनामी हो गई थी। घर जाते तो मेरी स्कूल छुड़वा देते। मुझे राधे से अलग कर देते और मुझे भी कहीं भिजवा देते। हम दोनों एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते। इसलिए उसी दिन भाग गए थे। हम नहीं चाहते थे हमारी वजह से परिवार को नीचा देखना पड़े। हम पहले ही फैसला कर चुके थे कि मर जाएंगे। हमारे मरने से परिवार की इज्जत बनी रहेगी। हम दोनों की यह गुजारिश है कि किसी को कुछ मत कहना। यदि आप लोगों ने किसी को तकलीफ दी तो हमारी कुर्बानी व्यर्थ जाएगी। आखिरी इच्छा है कि मरने के बाद हम दोनों को अलग मत करना। हम दोनों को एक साथ जला देना। कुंवारा समझकर हमें दफना मत देना, क्योंकि हमें हल्दी लग चुकी है। इस कहानी में किसी दोस्त का हाथ नहीं है। हमारे मरने के बाद कोई किसी को प्यार करने से रोकना मत, क्योंकि ये कहानी दोबारा कोई न दोहरा ले।” राधे ने भी अपने बड़े भाई से माफी मांगी और लिखा- मैं प्रियंका के बिना नहीं रह सकता था। आपको नीचा नहीं देखना चाहता। इसलिए हम ये कदम उठा रहे हैं।” उन्होंने यह सुसाइड नोट और फोटो फेसबुक पर भी पोस्ट किए।
पापा मुझे माफ कर देना
मुझे पापा आप पर बहुत गर्व है। आपने मुझे बहुत प्यार किया है। मेरी हर बात पूरी की है। मेरी वजह से आपकी बहुत बदनामी हुई है। हमने यह कदम इसलिए उठाया ताकि आपकी इज्जत पर और आंच न आए। इसलिए मुझे माफ कर देना पापा।
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