भोपाल . भाजपा नेता व कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने के फैसले और विधानसभा चुनाव की आभार यात्रा निकालने के निर्णय को लेकर संगठन पसोपेश में है। केंद्रीय नेतृत्व ने फिलहाल इस पर अभी सहमति नहीं दी है, लेकिन इस पर कवायद जरूर शुरू हो गई है।
जल्द ही संगठन के बड़े नेता इस पर फैसला लेंगे। माना जा रहा है कि शिवराज सिंह को सदन की जिम्मेदारी देने साथ आम चुनाव भी लड़ाया जा सकता है। इधर, इस मसले को लेकर प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए हैं।
दिल्ली में राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के बाद भोपाल लौटे राकेश सिंह ने कहा- कांग्रेस सरकार बनाए और जनता के साथ किए गए वादों को पूरा करे। हम अपने सभी कार्यकर्ताओं को लेकर प्रदेश की जनता के साथ मैदान में उतरने को तैयार हैं। 13 मंत्रियों के चुनाव हारने, टिकट वितरण में गलतियों और डैमेज कंट्रोल में कमियों के सवाल पर राकेश ने कहा कि यह संगठन की सामूहिक जिम्मेदारी है। कुछ कमियां हैं, जिसे आगे देखेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है, फिर मैंने और शिवराजजी ने जनता के आदेश को सिर झुकाकर स्वीकार किया है।
प्रदेश की राजनीति में नहीं बाहरी नेताओं का असर : कांग्रेस के शपथ-ग्रहण समारोह में आ रहे अन्य दलों के नेताओं के संबंध में सवाल पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि समारोह में देश और अन्य प्रदेशों के जो नेता नहीं आ रहे हैं, अगर उन्हें भी बुला लिया जाए, तो भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
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