वंशवाद वाले बयान से पलटीं उषा ठाकुर, कहा- मेरे साथ कोई अन्याय नहीं हुआ

इंदौर. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर सांठगांठ कर अपना टिकट बदलवाने का आरोप लगाने वालीं महू विधानसभा से भाजपा की उम्मीदवार उषा ठाकुर अब अपने बयान से पलट गईं हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा की वरिष्ठ नेत्री कुसुम महदेले ने ट्वीट कर उषा ठाकुर के बयान का समर्थन किया है।

रविवार को नलखेड़ा में बगुलामुखी माता के दर्शन करने के बाद उन्होंने कहा कि मेरे साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है। भाजपा में वंशवाद जैसी कोई बात नहीं है। जबकि इससे पहले वायरल हुए वीडियो में ठाकुर ने कहा था कि भाजपा में वंशवाद हावी हो गया है। भाजपा भी अब कांग्रेस की राह पर चल रही है।

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सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो के बारे में ठाकुर ने कहा कि विरोधियों ने संपादित करके ये वीडियो जारी किया है। रिटायर्ड फौजियों के साथ एक बैठक में उन्होंने सवाल किए थे, मैंने सिर्फ उनका जवाब दिया था। उन्होंने ही पूछा था कि पैराशूट से यहां आ गए, क्या कोई सांठगांठ है? मैंने कहा- इस बारे में राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के वरिष्ठों से कोई बात नहीं हुई है।

गौरतलब है कि क्षेत्र क्रमांक-3 से भाजपा विधायक और मौजूदा चुनाव में महू सीट से प्रत्याशी उषा ठाकुर का एक वीडियो सामने आने के बाद भाजपा की राजनीति में बवाल मच गया है। वीडियो में वे कहती दिख रहीं हैं कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को सेट करके उनका टिकट बदलवा दिया। हालांकि विजयवर्गीय ने इस पर टिप्पणी करने से मना कर दिया। वहीं, पार्टी के प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय का कहना है कि प्रदेश नेतृत्व के समक्ष मामला आएगा तो उसकी जांच करेंगे।

बेटे के लिए उषा को भेजा महू
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बेटे आकाश के लिए इंदौर-2 से टिकट मांगा था। इंदौर-2 से आकाश को उम्मीदवार बनाने के लिए विजयवर्गीय ने पूरा जोर लगाया था, लेकिन इंदौर-2 के वर्तमान विधायक और कैलाश के खास रमेश मेंदोला ने दो नंबर सीट को छोड़ने से इंकार कर दिया। इसके बाद पार्टी ने आकाश को इंदौर-3 से टिकट दे दिया और इंदौर-3 से भाजपा की वर्तमान विधायक उषा ठाकुर को कैलाश विजयवर्गीय की सीट महू से प्रत्याशी बना दिया।

वीडियो में उषा के हमले- वंशवाद का ग्रहण अब भाजपा में आ गया
पहला : राजनीति मेरा मिशन, कमीशन के लिए राजनीति नहीं की।
दूसरा : आपने पूछा कि किसी सांठगांठ के तहत तो मुझे यहां नहीं भेजा गया… तो सीधे शब्दों में आप मेरे परिवार के लोग हैं…मैं बात कर सकती हूं। ये राजनीतिक अन्याय है। वंशवाद का जो ग्रहण कांग्रेस को था, वह बीजेपी को हो गया है।
तीसरा : राष्ट्रीय महासचिव (कैलाश विजयवर्गीय) ने हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष (अमित शाह) को सेट करके मेरा टिकट बदलवा दिया। मेरी उस विधानसभा में आप जाकर देखिए…मैंने वहां काफी काम किया। मैं बुकलेट भेजूंगी। हर बूथ पर पेंशन मिल रही है।

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