नवलोक समाचार, खातेगांवा।
प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से सभी का लाभ पहुंचाया जा रहा है। प्रदेश सरकार आमजन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए कई लाभकारी योजनाएं संचालित कर रही है। इससे आमजन को उपचार में सुविधाए मिल रही हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की मंशा है कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सेवा वंचित न रहे। सभी को उचित स्वास्थ्य सेवा मिले। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अमले द्वारा लगातार स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। जिससे आमजन को बेहतर स्वास्थ सेवा दी जा रही है। इसी कड़ी में शासन की योजना का सहारा मिलने से प्रियांशी कुपोषण से मुक्त हो गई है। प्रि
यांशी के तालु की सफल सर्जरी भी हो गई। अब प्रियांशी के माता-पिता खुश हैं और वे मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को इस कल्याणकारी कार्य के लिए दुआएं दे रहे हैं।
जिले के खातेगांव के वार्ड क्रमांक 6 की निवासी प्रियांशी का तालू नहीं है। इस बारे में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता राधा पाराशर को लगी तो, उन्होंने एनआरसी एफडी पल्लवी शुक्ला को बताया। श्रीमती शुक्ला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता राधा पाराशर को साथ लेकर प्रियांशी के घर पहुंची। घर पहुंचने पर माता मनीषा ने बताया कि प्रियांश का जन्म से तालू नहीं है। इस कारण वह कुछ खा नहीं पाती है। वह कुपोषित होकर बहुत कमजोर है। इस कारण सभी घर वाले परेशान हैं। उनकी इस परेशानी और प्रियांशी की हालत देखकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं एनआरसी में पदस्थ एफडी श्रीमती शुक्ला ने उन्हें समझाते हुए बताया कि शासन की योजना है, जिसमें प्रियांशी का निशुल्क इलाज होगा। आप परेशान न हो शासन और हम आपकी पूरी मदद करेंगे। कार्यकर्ता एवं एफडी श्रीमती शुक्ला द्वारा जांचकर तुरंत आरबीएएसके दल को सूचित किया। दल द्वारा जांकर कर जिला स्तर पर कॉडिनेटर के पास भेजा गया।
कोडिनेटर ने बताया कि प्रियांशी की सर्जरी होगी। चिकित्सक को दिखाया गया। चिकित्सक ने देखा कि बच्चा कुपोषित है। उन्होंने माता मनीषा को सलाह दी कि पहले बच्चे को कुपोषण को दूर करेंगे। पोषण पुर्नवास केंद्र में निशुल्क पोषण आहर, डाइट दी जाएगी और आपको मजदूरी के समतुल्य राशि भी दी जाएगी। इसके बाद प्रियांशी की निशुल्क सर्जरी होगी।
जल्द हुआ स्वास्थ्य में सुधार
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसके सरल ने बताया कि प्रियांशी को पोषण पुर्नवास केंद्र में भर्ती करवाया गया। भर्ती के समय प्रियांशी की उम्र 11 माह, वजन 3 किलो 500 था। पोषण पुर्नवास केंद्र में 14 दिन रखा गया। इसके बाद उसका वजन बढ़ने लगा। प्रियांशी 14 दिन में कुपोषण की श्रेणी से बाहर आ गई। उन्होंने बताया कि सीएचएल अस्पताल में तालू की सफल सर्जरी की गई। जिससे प्रियांशी अब पूर्णत: स्वस्थ् है। प्रियांशी के माता-पिता बहुत खुश है। उन्होंने कहा कि शासन के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ् कार्यक्रम से उनके बच्चे का निशुल्क इलाज हो सका। प्रियांशी के माता पिता मुख्यमंत्री को दुआएं दे रहे हैं।
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