मुखर्जी परिसर शौचालय पर उठे सवाल, सफाई व्यवस्था पर व्यापारी नाराज़
संवाददाता आदाब खान, नवलोक समाचार, सोहागपुर
नवलोक समाचार, सोहागपुर। श्यामा प्रसाद मुखर्जी परिसर में बने सार्वजनिक शौचालय को लेकर बुधवार को नगरवासियों और व्यापारियों के बीच जमकर चर्चा हुई। सुबह शौचालय के बाहर सफाई तो करवाई गई, लेकिन स्थानीय लोगों ने इसे केवल दिखावटी कार्रवाई बताया। व्यापारियों का कहना है कि अगर शौचालय की नियमित सफाई होती रहे और वहां स्थायी तौर पर एक सफाईकर्मी तैनात कर दिया जाए तो परिसर में बदबू और गंदगी की समस्या से निजात मिल सकती है। वहीं कुछ लोगों ने गेट बंद रहने पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि यदि गेट बंद रहेगा तो लोग बाहर ही गंदगी करेंगे। कई नागरिकों ने शौचालय के निर्माण को ही अवैध बताते हुए कहा कि पिछले तीन-चार साल से कभी कोई स्थायी सफाईकर्मी नहीं रखा गया और अब यह सफाई सिर्फ दिखाने के लिए की जा रही है। इसी बीच नगरपालिका की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हुए। नागरिकों ने आरोप लगाया कि परिषद कार्यालय में एक ही परिसर में तीन-तीन प्यून बैठे रहते हैं जबकि अन्य जगहों पर उनकी आवश्यकता है। इसे “भर्राशाही” करार देते हुए लोगों ने कहा कि जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। लोगों का कहना है कि शौचालय का बेहतर रखरखाव संभव है, लेकिन इसके लिए प्रशासन की इच्छाशक्ति और ठोस कार्यवाही आवश्यक है।
रिपोर्ट- आदाब खान





