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मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने प्रदेश की महिलाओ को विदेशी संस्कृति से जोडने का नया काम शुरू कर दिया है, सरकार अब प्रदेश के चार महानगरो में विदेशी शराब के आउटलेटस खोलने जा रही है, जिसमें अंग्रेजी शराब विस्की और रम मिलेगी साथ ही उन दुकानो पर विदेशो में बनी मंहगी शराब भी बेची जाएगी, आबकारी विभाग ने प्रदेश की सरकार के राजस्व को बढाने के लिए ये पहल शुरू की है. लेकिन देश की संस्कृति और समाज को दूषित करने का प्रयास भी किया है, जिसका असर आने वाले समय में सामने जरूर आयेगा.
बता दें कि देश के महानगरो मुबंई दिल्ली और कोलकाता की तर्ज पर अब कमलनाथ सरकार प्रदेश की महिलाओ के लिए शराब की दुकान खोलने जा रही है, जिसमें शुरूआत भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर से की जा रही है, जिसमें भोपाल और इंदौर में दो- दो दुकाने और जबलपुर व ग्वालियर में अभी एक एक दुकान अप्रैल माह से शुरू की जा रही है, आबकारी विभाग के आयुक्त का कहना है कि, महिलाओ के लिए शुरू की जा रही दुकानो पर विदेशो की मंहगी बाइन बेची जायेगी, दुकाने बडे बडे माल में खोलने की कोशिश की जा रही है, जिससे महिलाए आसानी से शराब खरीद सके. बता दें कि सरकार की इस नीति का विरोध भी धार्मिक संगठनो सहित महिला समाजिक संगठन भी करने लगे है. लोगो का कहना है कि सरकार की मंशा कुछ भी हो लेकिन इस नीति के कारण परिवारो में विखराब और झगड़े आदि बढने की भी संभावना होगी.
बता दें भारतीय संस्कृति में महिलाओ को समाज ने विशेष स्थान दिया हुआ है, जो मर्यादा और संस्कृति के चलते परिवार और समाज को बांधने के अहम है. लेकिन सरकारो की इस प्रकार की नीतियो के चलते पश्चमी सभ्यता को भारत में जबरिया लादने की कोशिशे होती रही तो परिवार और समाज में बिखराव शुरू हो जायेगे. जिस का असर अभी और माध्यम स्तर के शहर पर भी शुरू होने लगेगा, भारतीय समाज में 98 प्रतिशत महिलाये शराब का सेवन नही करती है और परिवार में आए दिन के होने वाले झगढे भी शराब के कारण ही सामने आते है, बता दें कि मध्य प्रदेश में कई जिलो ने शराब की दुकानोे का खुला विरोध भी महीलाओ के द्वारा किया गया है, लेकिन अब सरकार की मंशा ही महिलाओ के लिए शराब की दुकान शुरू करने की है तो अब सवाल उठना भी शुरू हो गए है..
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