
(डीईओ रविशंकर बघेल ने दिए वित्तीय प्रभार, जबकि श्रीमति हेमंत भटट विरूदध लंबित है आर्थिक अनियमितता की तीन विभागीय जांच)
नवलोक समाचार, सोहागपुर.
यहां पिछले दस वर्षो से एस जे एल उत्कृष्ट विधालय में पदस्थ प्रचार्य हेमंट भटट भृष्टाचार के गंभीर मामले में दोषी पाये जाने के बाद भी सहायक संचालक बना दिया है. बता दे कि एस जे एल स्कूल के शौचालय निर्माण में प्रचार्य भटट सहित एसएमडीसी प्रभारी शिक्षक राजेंद्र मेहर को जांच के पश्चात दोषी पाये जाने पर सस्पेंड कर 55 हजार की रिकवरी जमा करने के आदेश दिये गए है जिसे दोनो ही लोगो द्वारा अभी तक जमा नही किया गया है. वही एस जे एल संकुल के ग्राम बिछुआ में पदस्थ शिक्षक अरूण अवस्थी को बिना संविलियन के अध्यापक संवर्ग का वेतन देने के आरोप में लेखापाल एन पी जोशी को सस्पेंड किया गया था वही प्रचार्य हेंमंत भटट की तीन वेतन वृद्यि संचयी किये जाने के आदेश भी लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी किये गए है.
बता दे कि इटारसी से अप डाउन कर नौकरी करने वाली प्राचार्य हेमंत भटट तीन बार सस्पेंड हो चुकी है, उनके द्वारा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की राशि से एस जे एल स्कूल में बनाये गए शौचालय के निर्माण में बिलो में कांट छांट कर घोटाला किया गया था, जिस पर जांच दल द्वारा कार्रवाई की किये जाने पर दोषी पाया गया था. विभाग द्वारा उन्हें सस्पेंड भी किया गया और 55 हजार की रिकवरी भी निकाली गई है जिसे अभी तक श्रीमति भटट द्वारा जमा नही किया गया, वही अब उन्हे विभाग द्वारा सहायक संचालक बना दिया है, बता दे कि एक अन्य प्रकरण में भी प्रचार्य रहते हुए बिछुआ की माध्यमिक शाला में पदस्थ शिक्षक अरूण अवस्थी को बिना संविलियन के अध्यापक संवर्ग का पूरा वेतन दिया गया है जिस पर कार्रवाई होने पर लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा तीन वेतन वृदिध रोकने सबंधी आदेश जारी किये है, वही सोहागपुर के अनुदान प्राप्त जवाहर लाल नेहरू स्कूल की पदेन शिक्षा अधिकारी रहते हुए भटट द्वारा हाईकोर्ट के आदेश की अनदेखी करते हुए एरियर्स की राशि को समिति के खाते में शिक्षको को दी गई है. जबकि स्कूल की शिक्षा समिति और कुछ शिक्षको द्वारा स्कूल के संचालन को लेकर हाईकोर्ट जबलपुर में याचिका दायर की गई है जिसमें न्यायालय द्वारा शिक्षा अधिकारी, समिति और बैक को खाते में किसी भी प्रकार के लेन देन या खाते के संचालन पर रोक लगाई थी, जिसके बाद भी श्रीमति हेमंत भटट द्वारा ऐरियर्स की राशि को शिक्षको के खाते में ट्रांसफर कर दिया है. तो वही ऐरियर्स की राशि को शासन के आदेश अनुसार 20 फीसदी किस्तो में जारी करना था जो कि इनके द्वारा एकमुस्त दे दिया है.
जिसको लेकर पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी अनिल वैध द्वारा श्रीमति भटट के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रस्ताव भोपाल भेजा था, तो अरूण अवस्थी को बिना संविलियन अध्यापक संवर्ग का वेतन देने के प्रकरण में जे डी संतोष ञिपाठी ने भी लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल को कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजा है.
आर्थिक अपराध से जुडे इन गंभीर मामलो में लिप्त होने सहित भृष्टाचार के मामले में दोषी पाये जाने के बाद भी विभाग द्वारा प्राचार्य हेमंत भटट को सहायक संचालक बनाया गया है वही नवागत जिला शिक्षा अधिकारी रवि शंकर बघेल द्वारा अनदेखी कर डीडीओ अधिकारी भी जारी किए है.
इनका कहना है –
मुझे श्रीमति हेमंत भटट के सबंधित जानकारी नही है, वित्तीय प्रभार को लेकर में जानकारी लेकर कार्रवाई करूंगा.
रविशंकर बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी होशंगाबाद.





