
IAS बी चंद्रकला पर CBI का शिकंजा, अखिलेश से भी पूछताछ संभव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी शासन काल में हुए करोड़ों के अवैध खनन घोटाले में सीबीआई ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की। आइएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के लखनऊ स्थित फ्लैट समेत अन्य जिलों में खनन विभाग के कर्मचारियों और ठेकेदारों के 12 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की गई। सीबीआई को खनन घोटाले से जुड़े अहम साक्ष्य मिले हैं। सीबीआई ने 2008 बैच की आइएएस अफसर चंद्रकला, एमएलसी रमेश मिश्रा समेत 11 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। चंद्रकला वर्तमान में स्टडी लीव पर हैं।
सपा सरकार में भूतत्व एवं खनिकर्म मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति पर कानूनी शिकंजा कसे जाने के बाद अब सीबीआइ का शिकंजा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी कस सकता है। अखिलेश यादव सपा के शुरुआती शासनकाल में खनिकर्म विभाग के मंत्री भी रह चुके हैं। चंद्रकला उस समय हमीरपुर की डीएम थीं। अपनी प्रारंभिक जांच में सीबीआई ने तत्कालीन खनन मंत्री की ओर भी इशारा किया है। इस आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी पूछताछ हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने चंद्रकला का एक बैंक लॉकर व दो खाते भी सीज किये हैं। बताया गया है कि लॉकर में लाखों के गहने हैं और बैंक खातों में मोटी रकम जमा है। इसके अलावा सीबीआई की टीमों ने हमीरपुर में तत्कालीन माइनिंग आफिसर मोइनुद्दीन, खनन ठेकेदार बसपा नेता संजय दीक्षित के आवास के अलावा कानपुर, नोएडा, जालौन, उरई व दिल्ली स्थित आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी की। सीबीआई दिल्ली की टीमें शनिवार सुबह से ही सक्रिय हो गई थीं। एक टीम ने लखनऊ में बी. चंद्रकला के योजना भवन के पास पॉश इलाके में स्थित सेफायर होम्स एंड विलाज अपार्टमेंट स्थित फ्लैट नंबर 101 में छापेमारी की।
इस फ्लैट के अलावा जॉपलिंग रोड निवासी खनन ठेकेदार आदिल खान के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई। सीबाआइ ने आइएएस अधिकारी चंद्रकला के फ्लैट में करीब चार घंटे छानबीन के दौरान कई अहम दस्तावेज कब्जे में लिये हैं। इस दौरान वह फ्लैट में मौजूद नहीं थी। सीबीआई ने पूर्व में हाई कोर्ट के आदेश पर हमीरपुर, शामली, कौशाम्बी, फतेहपुर, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, सहारनपुर व देवरिया में 2012 से 2016 के बीच हुए खनन में धांधली की शिकायतों पर मार्च 2017 में सात प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी।





