नवलोक के लिए नरसिंहपुर से सतीश दुबे की रिपोर्ट
नरसिंहपुर :- शासन द्वारा पर्यावरण के संतुलन को बनाये रखने हेतु जहां पेड़ पोधो को सुरक्षित बनाये रखने हेतु कटीबद्ध है एंव पर्यावरण के इस वातावरण को हरा भरा बनाये रखने हेतू करोड़ो रूपये खर्च कर सम्पूर्ण प्रदेश में विगत बर्ष दो जुलाई को सामूहिक रूप से बृहद यप से बृक्षा रोपड़ कर हजारो पेड़ एंव पोधे लगाये गये थे शासकीय स्तर पर इन वृक्षो की रखवाली हेतु ग्राम के ही कुछ लोागे को चुनकर नियुक्त किया गया था एंव उन बृक्षो की सुरक्षा हेतू तार बाउंड्री का इंतजाम भी किया गया था परन्तु वन विभाग एंव जिला प्रशासन द्वारा इतनी लापरवाही बरती गईकि कुछ दबंग लोगो ने सरे आम इन पेड़ पोधो बखर चलाकर नष्ट कर दिया एंव खाली शासकीय जमीन पर बलात कब्जा कर अपनी खेती किसानी शुरू कर दी शिकायत होने के बाद भी ना तो कोई जांच हुई और ना ही इन पेड़ पोधो को नष्ट कर शासन के लाखो रूपये की बवार्द करने वाले आरोपी के विरूद्ध कोई कार्यवाही की गई
मामला इस प्रकार है
विगत माह जनपद पंचाायत नरसिंहपुर के अंर्तगत आने वाली ग्राम पंचायत गड़रिया के सरपंच के नेतृत्व ग्रामवासियो द्वारा एक लिखित शिकायत जिला कलेक्टर एंव अनुविभागीय अधिकारी व वन मण्डल की दी गई थी शिकायत में उल्लेख किया गया थ कि ग्राम पंचायत गड़रिया अंर्तगत आने वाले ग्राम भौंती मे दो जुलाई को जो शासन द्वारा ग्रामीणे के सहयोग से शासकीय भूमि पर सामूहिक रूप से बृक्षा रोपड़ कर पोधे लगाये गये थे इन पोधो की देख रेख के लिये ग्राम के ही पोधरक्षक नियुक्त किये गये थे परन्तु गांव के ही एक दबंग व्यक्ति केशव प्रसाद साहू द्वारा शासन को धता बताते हुये शासन द्वारा लगाये गये उन पेड़ पोधे को बखर चलाकर नष्ट कर दिया एंव अपनी दंबंगताई दिखाते हुये उक्त शासकीय भूमि पर जबरन कब्जा कर खेती करना प्रारंभ कर दिया जा चुकी है और आज भी अतिक्रमणकारी उक्त भूमि पर कब्जा कर बैठा है जबकि इस बात की शिकायत जिला प्रशासन एंव वन विभाग के जबावदार अधिकारियो को लिखित रूप से की जा चुकी है परन्तु इस शिकायत पर जवाचवदारो द्वारा कोई भी उचित कार्यवही नही की गई और ना ही मामले को गम्भीरता पूर्वक लिया गया तथा आरोपी के विरूद्ध भी कोई कार्यवाही नही की गई जिससे की ऐसा लगात है कि मानो प्रशासन के भ्रष्ट अधिकारी भी इन अतिक्रमणकारियो के सहयोग में हाथ बटाते है इस प्रकार मात्र एक दबंग व्यक्ति द्वारा शासन की भूमि पर शासन द्वारा लाखो के किये गये पोधा रोपड़ को मटियामेंट कर उक्त भूमि पर दबंगता से अपना कब्जा जामये बैठा है एंव प्रशासन मौन दर्शक बना बैठा है
अब सवाल ये उठता है
जब एक ग्राम में ऐसा मामला सामने आया है तो अन्य ग्रामों मे क्या हुआ होगा क्योकि बृक्षा रोपण सम्पूर्णत: सभी ग्रामो में किया गया था और यह पहला वाक्या नही है कि बृक्षा रोपण को नष्ट करने की शिकायत प्राप्त हुई है बल्कि ऐसे कई ग्रामो से इस प्रकार की शिकायत मिलती रही है लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्य वाही ना करना इन दबंगो के हौसलो के बुलंद करने का काम करती है प्रशासन में बैठे भ्रष्ट अधिकारियो की मनर्जी के कारण शासन के मूल उद्देश्यो को पूरा हाने में अड़ंगा बनते है और शासन की महत्वपूर्ण योजनायें धूमिल हो जाती है एंव दबंगो का बोलबाला हो जाता है और जिम्मेदार मूक दर्शक बने बैठे रहते है ?
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