तलाक की अर्जी खारिज होने के बाद डॉक्टर पति के घर पहुंची पहली पत्नी और उसके भाइयों पर जानलेवा हमला

भोपाल. बाग सेवनिया इलाके में एक डाॅक्टर ने दूसरी पत्नी, मां और अन्य लोगों के साथ मिलकर पहली पत्नी और उसके दो भाइयों पर लाठी-डंडों से जानलेवा हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायलों को नजदीक के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

डाॅक्टर द्वारा कोर्ट में लगाई की तलाक की अर्जी खारिज होने के बाद पहली पत्नी गुरुवार को अपनी छह साल की बेटी के साथ पति के अरविंद विहार स्थित घर में रहने पहुंची थी। उसके दो भाई उसे ससुराल छोड़ने आए थे। पुलिस ने आरोपी पति, सास, दूसरी पत्नी एवं अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने सास और दूसरी पत्नी को छोड़कर बाकी सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

बाग सेवनिया पुलिस के अनुसार कोतवाली, सीहोर निवासी श्वेता परमार की शादी जून 2010 में अरविंद विहार निवासी डॉ. सुभाष परमार से हुई थी। दोनों दो साल साथ रहे। इस दौरान उनके एक बेटी हुई। इसके बाद सास गायत्री और पति शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। आए दिन दोनों के बीच किसी न किसी बात को लेकर विवाद होने लगा। इसके बाद श्वेता मायके में रहने लगी थी। इस बीच सुभाष ने कोर्ट में तलाक की अर्जी लगा दी।

बाहर से आए लोगों ने भी लाठी-डंडों से किया हमला :

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मायके में रह रही श्वेता को पता चला कि सुभाष ने दीप्ति गुप्ता नाम की युवती से दूसरी शादी कर ली है, जो उसके साथ ही रहती है। इसके बाद गुरुवार को वह अपने भाइयों अभिषेक परमार और आदित्य परमार के साथ सुभाष के घर पहुंची। यहां श्वेता और दीप्ति के बीच विवाद होने लगा।

विवाद बढ़ने पर सुभाष, उसकी मां गायत्री, दीप्ति ने मारपीट शुरू कर दी। सुभाष ने अपने कुछ साथियों को बुला लिया। इन लोगों ने मिलकर अभिषेक और आदित्य पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमले में दोनों भाइयों और श्वेता को गंभीर चोटें आई हैं। श्वेता ने अपनी बहनों को फोन करके घटना की सूचना दी।

इस बीच दीप्ति वहां से गायब हो गई। पुलिस ने घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने श्वेता की शिकायत पर सुभाष, चंद्रेश परमार, बृजेश परमार, ड्राइवर दिनेश गुर्जर एवं उसके साथियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, बलवा समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक सुभाष की बाग सेवनिया इलाके में पैथोलॉजी लैब है। इसके साथ ही वह एक निजी अस्पताल में नौकरी भी करता है। ग्वालियर निवासी दीप्ति एक निजी मेडिकल काॅलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है।

पिता बोले- आठ महीने पहले खारिज हुई थी तलाक की अर्जी :
श्वेता के पिता केएल परमार एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल हैं और वर्तमान में झाबुआ में पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि तलाक का केस भोपाल कोर्ट में चल रहा था। झाबुआ पोस्टिंग के बाद हाईकोर्ट से केस झाबुआ ट्रांसफर करवा लिया था। कोर्ट से तलाक की अर्जी करीब आठ महीने पहले खारिज होने के बाद उनकी बेटी छह साल की बेटी को साथ लेकर अपने दो भाइयों अभिषेक और आदित्य के साथ पति के घर पहुंची थी। जहां उन्हें पता चला कि सुभाष की दूसरी पत्नी की डेढ़ साल की बेटी भी है।

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