भोपाल- एट्रोसिटी एक्ट को समाप्त करने और आरक्षण को आर्थिक आधार पर लागू करने की मांग करने वाले ब्रह्म समागम संगठन ने बुधवार को नोटा के पक्ष में मतदान करने की अपील के साथ जनसंपर्क किया। संगठन के अध्यक्ष पंडित धर्मेन्द्र शर्मा ने बताया कि नोटा के पक्ष में प्रचार से पहले संगठन के पदाधिकारियों ने बाल हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर नोटा की टोपी और मफलर हनुमान जी के चरणों में भेंट की । इसके बाद पदाधिकारियों शंखनाद कर नोटा के प्रचार में बिगुल फूंका । शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव के पूर्व अपने भाषणों के दौरान कहा था की मेरे रहते हुए कोई भी माई का लाल आरक्षण को समाप्त नही कर सकता, उनके इस वक्तव्य से पूरे सवर्ण समाज में आज भी रोष व्याप्त है और सवर्ण समाज मुख्यमंत्री को सबक सिखाने को तैयार है। धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा कि वे गुरुवार को मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बुदनी में घर घर जाकर सवर्ण समाज से नोटा आप्शन पर बटन दबाने की अपील करेंगे।
नोटा की टोपी और मफलर रहे आकर्षण का केन्द्र
संगठन ने नोटा के पक्ष में मतदान की अपील करने के लिए पदाधिकारियों के लिए टोपी और मफलर बनवाये है जिस पर “वोट फॉर नोटा” लिखा है। यह पहला विधानसभा चुनाव है जिसमें किसी संगठन द्वारा नोटा के पक्ष में मतदान करने की अपील की जा रही है। शर्मा को उम्मीद है कि मध्यप्रदेश में करीब सवा करोड मतदाता नोटा के पक्ष में मतदान कर वर्तमान सरकार को सबक सिखाने का काम करेंगे।
मध्य- हुजूर विधानसभा सीट रही निशाने पर-

संगठन ने नोटा के पक्ष में जनसंपर्क करने के लिए आज मध्य विधानसभा सीट से शंखनाद किया इस सीट से भाजपा के वर्तमान विधायक चुनावी मैदान में है । इसके बाद संगठन ने हुजूर विधानसभा सीट की विभिन्ना कालोनियों में डोर टू डोर जनसंपर्क कर सवर्ण समाज से नोटा के पक्ष में वोट डालने की अपील की। इस सीट पर भी भाजपा के विधायक काबिज है। संगठन ने शाहपुरा, चूनाभट्टी, उपनगर कोलार की विभिन्न कालोनियों में जाकर नोटा के पक्ष में जनसंपर्क किया।
नोटा बनेगा मुसीबत-
ऐसा माना जाता है कि सवर्ण समाज हमेशा से भाजपा के पक्ष में मतदान करता आ रहा है लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक वक्तव्य की वजह से रुष्ठ सवर्ण समाज एकजुट हो गया है। सवर्ण समाज द्वारा नोटा के पक्ष में वोट करने की वजह से कई सीटे प्रभावित होंगी और कई प्रत्याशियों को हार का सामना भी करना पडेगा। राजनैतिक पंडितों के मतानुसार इस चुनाव में नोटा करीब 26 सीटों को प्रभावित कर सकता है। पंडित धर्मेन्द्र शर्मा का कहना है कि उनके संगठन के लगातार प्रयासों की वजह से भाजपा इस चुनाव में बुरी तरह हारेगी, चुनावों के बाद संगठन बतायेगा की कौन माई के लाल है।
ये हुए शामिल-
पंडित धर्मेन्द्र शर्मा अध्यक्ष, प्रहलाद शुक्ला, अनिल पाठक, अभिशेख दुबे, दीपिका समरजीत सिंह, रेखा परमार जिला उपाध्यक्ष अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, सहित बडी संख्या में संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए।
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