नवलोक समाचार. चार दिन से बागियों व असंतुष्टों की मनुहार में जुटी भाजपा ने अब कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ली है। बुधवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे व कांग्रेस के टिकट पर चुनाव में उतरे सरताज सिंह, निर्दलीय मैदान में डटे पूर्व मंत्री केएल अग्रवाल, भाजपा के पांच बार के सांसद-दो बार के विधायक, केंद्रीय व प्रदेश में मंत्री रहे रामकृष्ण कुसमरिया को पार्टी से बाहर निकाला जाएगा। मौजूदा विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह, धीरज पटेरिया समेत बाकी बागी निशाने पर हैं।
इस बार बागियों की समझाइश में लगे पार्टी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी अपेक्षित सफलता नहीं मिली। सागर से निर्दलीय खड़े होने की घोषणा करने वाले मुकेश जैन ढाना पर्चा वापस ले सकते हैं। वहीं ग्वालियर की समीक्षा गुप्ता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
डैमेज कंट्रोल के तहत भाजपा ने कुछ नए कार्यकारी जिलाध्यक्ष भी घोषित किए हैं। गरोठ के विधायक चंदर सिंह सिसोदिया का टिकट इस बार काट दिया गया था, उन्होंने बगावती तेवर अपना लिए थे। अब उन्हें मंदसौर का कार्यकारी जिलाध्यक्ष बनाया गया है। गरोठ से जिलाध्यक्ष देवीलाल धाकड़ भाजपा प्रत्याशी हैं।
इसी तरह छतरपुर के जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र प्रताप सिंह की पत्नी अर्चना सिंह को वहीं से टिकट मिला है। इसी जिले की राजनगर सीट से पूर्व सांसद जितेंद्र सिंह बुंदेला टिकट मांग रहे थे, परंतु वहां से अरविंद पटेरिया को प्रत्याशी बनाया गया। इससे नाराज बुंदेला ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, लेकिन नामांकन नहीं भरा। उन्हें संतुष्ट करने के लिए छतरपुर के कार्यकारी जिलाध्यक्ष के पद से नवाजा गया है। शमशाबाद में राघवजी भाई, सीहोर में उषा सक्सेना, आष्टा में उर्मिला मैरेणा, मुंगावली में मलकीत सिंह संधू, सांची में मनोहर मीणा और राजगढ़ में रमाकांत तिवारी बगावती तेवर अपनाए हुए हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि हम सभी रूठों को मना लेंगे।

भावुक… प्रीति अग्निहोत्री को मनाने इंदौर पहुंचे दीपक बावरिया के सामने प्रीति के आंसू निकल आए
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मंगलवार को करीब छह घंटे तक पीसीसी से ही रूठों को मनाने के लिए फोन पर बात करते रहे। कमलनाथ ने सेवढ़ा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे दामोदर सिंह यादव से बात की, संभवत: वे बुधवार को पार्टी के प्रत्याशी घनश्याम सिंह के पक्ष में नाम वापस ले लेंगे। चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने श्योपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक ब्रजराज सिंह चौहान से चर्चा की। चौहान का कांग्रेस प्रत्याशी बाबू जंदेल के पक्ष में नाम वापस लेना तय है।
प्रद्युम्न लोधी को बड़ामलहरा से टिकट दिया गया है, वहां से बागी तिलक लोधी से नामांकन वापस लेने को कहा गया है। इधर, दिग्विजय सिंह ने भोपाल में नासिर इस्लाम और सऊद को मना लिया है। दिग्विजय का कहना है कि ज्यादातर रूठों को मना लिया है। कुछ लड़ रहे थे उनका झगड़ा शांत करा दिया है। बुधवार तक पार्टी के जितने भी बागी हैं वे भी मान जाएंगे। उज्जैन उत्तर से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रही पार्षद माया त्रिवेदी और उज्जैन दक्षिण से जयसिंह दरबार ने अपना नामांकन लेने से इनकार कर दिया है। श्योपुर में बगावत कर रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष बृजराज सिंह और उपाध्यक्ष रामलखन हिरनीखेड़ा वरिष्ठ नेताओं से की बात मान ली है। सेंवढ़ा में कांग्रेस नेता दामोदर यादव ने दतिया और सेंवढ़ा दोनों विस सीट से नामांकन दाखिल कर दिया था। दो दिन पहले कमलनाथ ने यादव को तलब किया था। वे भी नामांकन वापस ले सकते हैं।
बावरिया बोले- मानहानि के नोटिस जारी करवा रहा हूं : टिकट बेचने के आरोपों से घिरे प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने मंगलवार को बागी प्रीति गोलू अग्निहोत्री को मनाने पहुंचे थे। यहां चर्चा में उन्होंने खुद पर लगे टिकट बेचने के आरोपों पर कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ मानहानि की प्रक्रिया शुरू करवा दी है। ये वे लोग हैं, जिनका स्वार्थ सिद्ध नहीं हुआ। टिकट किसी एक को ही दिया जा सकता है।
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