होशंगाबाद जिले की सोहागपुर विधानसभा सीट पर विधान सभा चुनाव आते ही दावेदारों द्वारा उठापटक शुरू हो गई है, जिसके चलते कमजोर कांग्रेस में जान फूंकने के लिए स्थानीय और बाहरी नेता अपने अपने दांवपेंच के लिए तैयारी करने लगे है। जिसके चलते यहां से प्रबल दाबेदार भाजपा से निष्काषित पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा माने जा रहे है, वही दूसरी ब्राम्हण नेता सविता दिवान शर्मा भी दाबेदार मानी जा रही है, जिसके चलते हाल ही में बाबई में हुए एक कार्यक्रम के दौरान सविता दीवान ने गिरजाशंकर शर्मा को नसीहत तक दे डाली।
साल के आखिर तक होने वाले विधान सभा चुनाव के लिए होशंगाबाद जिले की सोहागपुर सीट से उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट सामने आ रही है। जिसके चलते इस सीट से गिरजाशंकर शर्मा, सविता दीवान, अर्जुन पलिया, पुष्पराज पटेल, रणवीर पटैल, नगर पालिका अध्यक्ष संतोष मालवीय आदि दाबेदारी करने वाले है। जिनमें से गिरजा शंकर शर्मा और सविता दीवान शर्मा और पचौरी खेमे से नजदीकी रखने वाले पूर्व विधायक अर्जुन पलिया ब्राहम्ण समाज से दाबेदारी कर समीकरण कांग्रेस के पक्ष में बना सकते है। वही होशंगाबाद में कांग्रेस को मजबूती देने वाले जिला अध्यक्ष पुष्पराज पटेल और 2013 में कांग्रेस की ओर से टिकिट लेकर चुनाव लड चुके रणबीर पटेल को दोबारा टिकिट मिलना मुश्किल लग रहा है, हम बता दे कि प्रदेश के कददावर नेता सुरेश पचौरी ने दो बार गुर्जर समाज से टिकिट देकर दांब खेला लेकिन दोनो की बार निराशा हाथ लगी, जिसके चलते अब ऐसा माना जा रहा है कि होशंगाबाद जिले की सोहागपुर सीट से पार्टी किसी ब्राहम्ण चेहरें को मौका दे सकती है। वही वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और तीन बार नगर पालिका अध्यक्ष रह चुके संतोष मालवीय भी जीतने वाले उम्मीदबारों में से माने जा रहे है। वही कांग्रेस से टिकिट मांगने वाले गिरजा शंकर और सविता दिवान शर्मा के बीच टिकिट को लेकर शीत युदध जैसे हालात होने की भी चर्चा है, हम बता दें कि होशंगाबाद जिले की सोहागपुर सीट पर इस समय ठाकुर विजय पाल सिंह काबिज है उनका जनाधार भी काफी मजबूत है। वही विजयपाल सिंह ने क्षेञ में जितना विकास कार्य काराया है उसे देखते हुए कांग्रेस को किसी मजबूत उम्मीदवार को ही टिकिट देना पडेगा तब शायद भाजपा का गढ बन चुकी इस सीट को हासिल कर पाना संभव हो सकता है।
सविता दीवान शर्मा पुरानी छवि और दिवान जी की पहचान का ले सकती है फायदा
होशंगाबाद से एक बार विधायक चुनी गई सविता दीवान शर्मा का भी अच्छा राजनैतिक कैरियर माना जाता है, वे देनवा के गांधी कहे जाने वाले पूर्व विधायक स्व- विनय कुमार दीवान की पुञी है। कांग्रेस पार्टी ने सोहागपुर सीट से किसी ब्राहम्ण उम्मीदवार चुना तो एक बार सविता दीवान शर्मा भी दाबेदार हो सकती है, वैसे श्रीमति सविता दीवान ने पिछले सालों से क्षेञ में सक्रियता कम कर दी थी, चुनाव नजदीक आते ही वे क्षेञ में सक्रिय हो गई, पार्टी ने उन्हें प्रदेश कार्यकारिणी में महासचिव भी बनाया है।
गिरजा शंकर शर्मा भी है मजबूत उम्मीदबार
होशंगाबाद जिले की राजनीति में शर्मा परिवार का अलग है रूतबा है, ऐसा कहा जाता है कि शर्मा परिवार को चुनावी मैनेजमेंट भी बखूबी आता है। गिरजाशंकर शर्मा का खुद का भी एक जनाधार है, जिसके चलते उन्हें भी फायदा मिल सकता है, वही सूञों का मानना है कि जिस प्रकार पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा कांग्रेस की मींटिग और भाजपा के असंतुष्टों की हाल ही में दीपक बाबरिया से हुई मुलाकात में सबसे आगे रहे है। वही पूर्व मुख्य मंञी दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा के दौरान भी दिग्गी राजा और गिरजा शंकर शर्मा के बीच हुई बंद कमरे की दो घंटे की मुलाकात भी श्री शर्मा के पक्ष वाले संकेत दे रही है।
पिछली दो चुनावों में हुआ है भीतरघात
होशंगाबाद जिले की परिसीमन में बनी नई विधानसभा सीट से कांग्रेस ने 2008 के चुनाव में मेहरबान सिंह पटेल को टिकिट दी वही दुसरी बार भी गुर्जर समाज से युवा कांग्रेस के विधान सभा अध्यक्ष रणवीर पटेल को टिकिट दिया था। जब से ही क्षेञ में इस बात की चर्चा है कि खुद कांग्रेसियों ने ही कांग्रेस उम्मीदबारों का काम नही करते हुए पिछले दरबाजे से भाजपा को जीताने का काम किया जिसके चलते दोनों ही बार कांग्रेस को हार का सामना करना पडा था।
विजय पाल सिंह बदल सकते है सीट
सोहागपुर सीट से वर्तमान विधायक पिछले सालों से खुले मंच से कहते आ रहे है, कि वे पार्टी से कह चुके है, कि सोहागपुर सीट से टिकिट न दे। इस बार यदि विजय पाल सिंह ने टिकिट बदली तो कांग्रेस के लिए एक हद तक सीट जीतना आसान भी हो सकता है।
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