उपचुनाव के पहले कांग्रेस को झटका , महेंद्र बोद्ध ने थामा बसपा का साथ

नवलोक समाचार दतिया। उपचुनाव के पहले ही दलबदल और टिकिट न मिलने से नाराजगी नेताओ के बीच साफ दिखाई दे रही है । दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाने वाले महेंद्र बौद्ध ने दतिया के भांडेर से टिकिट न दिए जाने से क्षुब्ध होकर मंगलवार को बसपा जॉइन कर ली है। बता दे कि महेंद्र सिंह बौद्ध दिग्विजय सरकार में 10 साल मंत्री रहे है और उन्होंने 50 साल तक कांग्रेस में रहकर काम किया है।
लेकिन अब उपचुनाव के ठीक पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है , टिकिट की चाह रखने वाले अब दलबदल पर उतर आए है। ऐसे ही दतिया की भाण्डेर से रक्षा संतराम सिरोनिया के सामने कांग्रेस से टिकिट मांग रहे महेंद्र बौद्ध ने फूल सिंह बरैया को प्रत्यासी बनाये जाने से नाराज़ होकर बहुजन समाज पार्टी को जॉइन कर चौका दिया है। बौद्ध कांग्रेस में हाफ सेंचुरी मार चुके पूर्व गृह मंत्री रह चुके है ,

पूर्व गृह मंत्री महेंद्र बोद्ध
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बता दे कि बौद्ध के बसपा जॉइन करने से भाजपा उम्मीदवार रक्षा सिरोनिया मजबूत हो जाएगी और उनकेI जीत भी आसान हो जाएगी।, बताया जा रहा है कि महेंद्र बौद्ध भांडेर से दाबेदारी कर रहे थे । लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा महेंद्र बौद्ध का टिकट काटकर फूल सिंह बरैया को प्रत्याशी बनाया गया इससे नाराज होकर बौद्ध ने पार्टी से इस्तीफा देकर मंगलवार को भोपाल में बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया है। इससे पूरे मध्यप्रदेश की राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है।अब यदि महेंद्र बौद्ध बहुजन समाज पार्टी से भांडेर विधानसभा का चुनाव लड़ते हैं तो कांग्रेस की राह कठिन होगी । वहीं महेंद्र तीन बार के विधायक और मंत्री भी रह चुके हैं। महेंद्र दिग्विजय सिंह और कमलनाथ दोनों के ही करीबी रह चुके हैं। ऐसे में महेंद्र का पार्टी को छोड़ना एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।

भांडेर से टिकिट न मिलने से नाराज़ महेंद्र बोद्ध ने बसपा जॉइन की

बताया जा रहा है कि भांडेर विधानसभा सीट से फूल सिंह बरैया को चुनावी मैदान में उतारने के पार्टी के फैसले से महेंद्र बौद्ध नाराज चल रहे थे। टिकट काटे जाने के बाद महेंद्र बौद्ध ने बीते दिनों दिग्विजय सिंह के कार्यक्रम के दौरान अपनी नाराजगी एक सभा के मंच से नाराजगी जाहिर कर चुके हैं । महेंद्र बौद्ध को उम्मीद थी कि भांडेर से टिकट इस बार उन्हें ही दिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ अपनी नाराजगी जताते हुए उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी के लिए उन्होंने 50 सालों से काम किया है जबकि पार्टी ने छह बार उनका टिकट कांटा है। इससे नाराज होकर अब उन्होंने बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया है।

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