जन्म के पहले से लेकर मृत्यु तक उपभोक्ता

राजू प्रजापति
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सागर/ युवा छात्र- छात्राओं में उपभोक्ता संरक्षण एवं जागृति के प्रचार-प्रसार को लेकर शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय (अग्रणी) सागर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को उपभोक्ता संरक्षण एवं जागरूकता से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गई।
उच्च शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक तथा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जीएस रोहित के निर्देशन में सामाजिक संस्था ‘सचेत’ के अध्यक्ष डॉ संदीप सबलोक के सहयोग से राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के अवसर पर उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सामाजिक संस्था ‘सचेत’ के अध्यक्ष डॉ संदीप सबलोक ने कहा कि मनुष्य को अपने बेहतर जीवन के लिए निरंतर रूप से कोई ना कोई वस्तु अथवा सेवा को खुले बाजार से खरीदना पड़ता है। एक तरह से प्रत्येक मनुष्य अपने जन्म के पहले से लेकर मृत्यु पर्यंत तक उपभोक्ता रहता है। अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए वह जागरूकता के अभाव अथवा लोभ के कारण चालाक व्यापारियों के द्वारा ठगा जाता है। इस ठगी से बचाव के लिए कांग्रेस की केंद्र सरकार के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी जी द्वारा 24 दिसंबर 1986 को “उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986” लागू कर आम उपभोक्ता को ठगी से बचाने के लिए क्रांतिकारी युग की शुरुआत की थी। जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ प्रमेश गौतम ने उपभोक्ता फोरम की भूमिका तथा उनके विभिन्न स्तरों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति जब बाजार के व्यवहार से ठगा जाता है तो उसे उपभोक्ता फोरम द्वारा अपना संरक्षण दिया जा सकता है।
डॉ स्वदीप श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने कहा कि दवा खरीदते समय उसके नाम, अधिकतम मूल्य तथा एक्सपायरी डेट पर ध्यान दिया जाना चाहिए जिससे विपरीत स्थितियों से बचा जा सके। डॉ सत्या सोनी ने कहा की फैशन के इस युग में ऑनलाइन मार्केटिंग को ठगी का एक बड़ा बाजार भी बताया। कार्यक्रम को डॉ उमाकांत स्वर्णकार तथा डॉ अंकुर गौतम ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ अशोक पन्या ने राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के आयोजन पर प्रकाश डाला एवं अंत में आभार ज्ञापित किया।
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित महाविद्यालय के विद्यार्थियों काजोल गुप्ता, मोहम्मद दानिश कुरेशी, अभिजीत मिश्रा, आदित्य शुक्ला, दिव्या चौहान, मुस्कान खान, संजना पटेल आदि ने उपभोक्ता संरक्षण एवं जागरूकता से संबंधित विभिन्न जिज्ञासाओं को सामने रखते हुए उनके समाधान भी प्राप्त किए। इस दौरान बड़ी संख्या में महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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