नवलोक समाचार, भोपाल.
कोरोना संक्रमण की रोकधाम के लिए सरकार के निर्देश पर मध्य प्रदेश के कई जिलो को लाक डाउन किया गया है, जिसमें जिलो की सभी सीमाये सील कर दी गई, किसी जरूरी बजह से ही प्रशासन की अनुमति लेकर लोग बाहर जा सकते है. लाक डाउन की स्थति में प्रशासन ने जरूरी साम्रगी की दुकानो को सुबह 6 से 9 बजे सुबह तक की अनुमति दी है.उधर नगर पालिका, पुलिस थाने, राजस्व और प्रायवेट क्लीनिक, सरकारी अस्पताल मेडिकल स्टोर , पेट्रोल पंप, पोस्ट आफीस , एटीएम खुले रहेगे वही 5 लोग एक साथ खडे होने पर पाबंदी रहेगी. वही शांपिग माल, रेस्टोरेंट, मेला जूलूश, धार्मिक स्थल बंद रहेगे, वही समाजिक उत्सव बिना अनुमति के अयोजित नही किये जा सकते.

बता दे कि जबलपुर और भोपाल में मिले कोरोना पाजिटीव के बाद प्रशासन ने निर्णय लेकर भोपाल, होशंगाबाद , नरसिंहपुर, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर सहित अन्य जिलो को लाक डाउन कर दिया है. मुख्य मंञी शिवराज सिंह ने शपथ लेने के तत्काल बाद ही भोपाल और जबलपुर में र्कफयू लगाने के आदेश दे दिये है. अब मध्य प्रदेश में कोरोना पाजीटिव मरीजो के मिलने के बाद प्रशासन सख्त हो गया है. एहतीयात के तौर पर प्रशासन ने सभी जिलो की शराब दुकानो को भी अगामी आदेश तक सील कर दिया है. उधर रेलवे द्वारा ट्रेनो के आवागमन को भी पूरी तरह से बंद कर दिया है. जिसके चलते भोपाल सहित अन्य बड़ी रेल्वे स्टेशनो को खाली करवा दिया है, मध्य प्रदेश के इटारसी रेलवे जंकशन पर भी कल सोमवार को अखिरी ट्रेन को रवाना किया गया जिससे करीब 800 याञियो को सेनेटाइज कर गंतव्य स्थल भेजा गया है. इटारसी के डिप्टी एस एस ओ कर्मशिलय ने बताया कि सभी प्लेट फार्म को पूरी तरह खाली किया गया है, अब जीआरपी सहित आरपीएफ और रेल्वे स्टाफ के अलावा स्टेशन आम लोगो को प्रतिबंधित कर दिया गया है.
उधर जबलपुर कलेक्टर भरत यादव ने लोगो से घर से बाहर नही निकलने की अपील की है, साथ ही जरूरी सामान की दुकानो को समय सीमा के लिए खोलने के आदेश दिये है, बता दे कि कलेक्टर ने सेनेटाइजर बनाने वाली कंपनियो को आदेश देकर शी्घ्र ही सेनेटाइजर बनाने के आदेश भी दिये है.
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