भोपाल। तीन सरकारी बैंकों के विलय के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आव्हान पर देशभर के सरकारी बैंक बुधवार, 26 दिसंबर को हड़ताल पर हैं। प्रदेश के सभी सरकारी क्षेत्र की बैंकों में कामकाज ठप है। भोपाल, ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर पर बैंक कर्मी बड़े स्तर पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
यदि 24 दिसंबर को छोड़ दिया जाए तो पिछले चार दिन से बैंक बंद हैं। इससे लोगों के चेक क्लियर नहीं हो पाए हैं। बैंकों में कैश का ट्रांजेक्शन नहीं हो पा रहा है। नए खाते खुलवाने के लिए बैंक खुलने का इंतजार है। छात्रों को नौकरी के लिए ड्राफ्ट भेजना है लेकिन बैंक बंद रहने से ड्राफ्ट भी नहीं बन रहे हैं। इससे पहले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के अधिकारियों की यूनियन ने इन्हीं मांगों और वेतन-वार्ता को शीघ्र सम्पन्न करने की मांग को लेकर 21 दिसंबर को हड़ताल की थी। तब से लेकर अब तक सिर्फ एक दिन ही बैंक खुले हैं। 21 दिसंबर काे हड़ताल रही। इसके बाद 23, 24 और 25 दिसंबर को अवकाश के कारण बैंक बंद रहे। सिर्फ 24 दिसंबर को ही बैंक खुले रहे थे।
इसलिए हो रहा विरोध: सरकार ने सितंबर में सार्वजनिक क्षेत्र के विजया बैंक और देना बैंक का बैंक आॅफ बड़ौदा में विलय करने की घोषणा की थी। विजया बैंक और देना बैंक कमजोर बैंकों के लिए रिजर्व बैंक की त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) नियमों के तहत कुछ पाबंदी में रखे गए हैं। इसके विरोध में बुधवार को आॅल इंडिया बैंक आफिसर्स कन्फेडरेशन, आल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन और नेशनल आर्गेनाइजेशन आफ बैंक वर्कर्स सहित अन्य संगठन मिलकर बंद कर रहे हैं।
एटीएम में दो दिन का कैश: हड़ताल और क्रिसमस की छुट्टी को देखते हुए बैंकों के प्रबंधन ने सोमवार को मंगलवार और बुधवार के लिए कैश, एटीएम में कैश भरने वाली एजेंसियों को दे दिया था।
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