74 बंगला क्षेत्र से जो बंगला गायब हो गया है उसे ही अब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने आवंटित करने की मांग की है।
मुकेश अवस्थी, भोपाल।
सरकार के लिये अब एक नई फजीहत खड़ी होने वाली है, दरअसल मंत्रियों और आईएएस के लिये न्यू मार्केट के पास 74 बंगले बनाये गए थे , जिसमे से बी 8 बंगला पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को आवंटित कर दिया गया था, जिसमें शिवराज सिंह अब शिफ्ट हो गए है। लेकिन बी 8 से लगा हुआ बंगला बी 9 अब रिकॉर्ड में नही मिल रहा है और न ही मौके पर बी 9 बंगला कही दिखाई दे रहा है जो चर्चा का विषय बन गया है।
क्या है बी 9 बंगले की कहानी
दरअसल 74 बंगले स्थित बी -9 नम्बर का बंगला जो कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बंगले जो लगा हुआ था अब किसी को दिखाई नही दे रहा है, आपकी जानकारी के लिये बता दे कि बी 9 बंगले को तत्कालीन मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह ने डिस्मेंटल कर बी – 8 में मिला लिया है , सूत्रों का कहना है कि बी 8 में जगह कम थी इसलिए बी 9 बंगले को तोड़कर मर्ज कर दिया गया है लेकिन इसकी कोई विधिवत प्रक्रिया पूरी नही की गई है, चुकी मामला मुख्यमंत्री से जुड़ा हुआ था इसलिए किसी की आवाज़ भी नही निकली, चर्चा है कि बी 9 को एक ठेकेदार को महज डेढ़ लाख रुपये में ठेके पर तुड़वा दिया गया है और बंगले से बी 9 नम्बर की प्लेट भी हटा दी गई है।
उमंग सिंगार ने मांगा बी 9 बंगला
एक बंगले में बाजू के बंगले को मिला देने की जानकारी जैसे ही कांग्रेस को लगी , तो इसे चुपके से मुद्दा भी बना लिया, जानकारी के चलते बी -9 बंगला पूर्व उप मुख्यमंत्री और पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्व जमनादेवी को आवंटित था, जिसको लेकर अब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने एक पत्र
लिखकर उसी बी 9 बंगले को स्वयं के नाम से आवंटित करने की मांग कर डाली है, उन्होंने पत्र में लिखा है कि मेरी बुआ स्व जमनादेवी के साथ मैं उक्त बंगले में उनके साथ रहा हूँ उस बंगले से उनकी बुआ की यादें जुड़ी है अतः बी 9 बंगला मुझे आवंटित किया जाए।
उमंग सिंगार के पत्र के बाद अब सरकार के सामने फजीहत खड़ी हो गई है कि अब बी 9 बंगला रिकॉर्ड में ही नही बचा ऐसे में आवंटन कैसे किया जाए। कहा जा रहा है कि कांग्रेस विधानसभा में बी 9 बंगले के मुद्दे को उठाकर उन अफसरों के लिये मुशीबत खड़ी करने वाले है जिन्होंने डिस्मेंटल और मर्ज करने की प्रक्रिया का पालन नही किया।
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