
प्राचीन शिव प्रतिमा के दर्शन का अलग ही महत्व- भक्तो का लगता है तांता
नवलोक समाचार, सोहागपुर.
होशंगाबाद जिले के सोहागपुर मुख्य मार्ग पर बने शिवालय में महाशिवराञि के दिन भक्तो की भीड़ श्रदधा के चलते देखने को मिलती है. यहां स्थित मंदिर में खेत से निकली शिव पार्वती की अदभुत प्रतिमा अलोकिक और दिव्य है, जिसमें भगवान भोलेनाथ देवी पार्वती के साथ आलिंगन मुद्रा में विराजमान है.
यहां के होशंगाबाद पिपिरया मुख्य मार्ग पर शिवालय में शिव जी को जो प्रतिमा स्थापित है दरअसल वह यहां के प्रभात चंद्र तिवारी के खेत में हल चलाते समय सन 1965 के आसपास निकली थी, जिसे नगर के लोगो के सहयोग से मंदिर बनवा कर स्थापिता करवा दिया गया था, इस अदभुत प्रतिमा को देख कर प्रतीत होता है इस प्रतिमा को देखकर ही शिवजी की आरती की रचना की गई है या आरती के अनुसार इस प्रतिमा को तैयार किया गया, इतिहासकार बताते है कि यह प्रतिमा शेव कालीन है. जिसके चलते ये अब से करीब 500 साल पूर्व बनाई गई है. इस प्रतिमा में शिव जी का पूरा परिवार उनके गणो के साथ विराजमान है.
मंदिर में स्थापित होने के बाद से सोहागपुर में महाशिवराञि के अवसर पर यहां मेला भी आयोजित किया जाने लगा है. जिसमें स्थानीय और आसपास के शिव भक्त आकर पहले शिवजी की पूजन अर्चन करते है बाद में मेले का भी आनंद लेते है. मेले का अयोजन स्थानीय ट्रस्ट के साथ साथ नगर पालिका के सहयोग से किया जाता है. बता दें कि विदर्भ क्षेञ से पचमढी शिव जी के दर्शन को जाने वाले भक्त गण भी इस मंदिर में विराजित शिव जी के दर्शन करना नही भूलते.





