
पीएम आवास योजना में गड़बड़ी, पार्षद ने उजागर किया मामला
नगरीय क्षेत्र में आवास स्वीकृत करवा कर, गांव में बना लिया आवास
नप कर्मचारी ने पत्नी के नाम से आवास स्वीकृत कराया और ग्राम जर्रन में बनाया आवास
नवलोक समाचार, सोहागपुर।
नगर परिषद कार्यालय में पदस्थ एक कर्मचारी ने पीएम आवास योजना प्रभारी रहते हुए हेराफेरी कर पत्नी के नाम से आवास स्वीकृत करवा दिया। लेकिन शहरी क्षेत्र के आवास को ग्राम जर्रन में बना दिया, अब मामले को लेकर पार्षद धर्मदास बेलवंशी ने जनसुनवाई में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद गड़बड़ी कर योजना का लाभ लेने वालों में हड़कंप मच गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम प्रियंका भल्लावी ने जांच शुरू कर कार्रवाई की निर्देश दिए हैं।

बता दे कि नगर परिषद सोहागपुर में पीएम आवास योजना में अपात्रों को योजना का लाभ मिलने की शिकायत होती रही है लेकिन कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हो पाई,अब इंदिरा वार्ड के पार्षद धर्मदास बेलवंशी ने नगर परिषद में पीएम आवास योजना में हुई गड़बड़ी को लेकर जनसुनवाई में शिकायत दर्ज कराई है, दरअसल नगर परिषद कार्यालय में पदस्थ परमानेंट कर्मचारी अशोक कुशवाहा ने, योजना प्रभारी रहते हुए पत्नी ममता कुशवाहा के नाम से आवास स्वीकृत करवा दिया, आवास के लिए बकायदा मातापुरा वार्ड में मकान होना बताया गया,कूट रचित दस्तावेज भी आवेदन के साथ संलग्न किए गए। जिसके बाद ममता कुशवाहा के नाम से आवास स्वीकृत हो गया, लेकिन पीएम आवास नगरीय निकाय की सीमा के मातापुरा वार्ड में नहीं बनाया गया, बल्कि ग्राम जर्रन में आवास योजना से मकान निर्माण किया गया, नगर परिषद कार्यालय से आवास के संबंध में राशि भी जारी हो गई, हैरत की बात है कि पीएम आवास योजना की गाइडलाइन अनुसार आवास निर्माण के दौरान स्थल निरीक्षण जियो टैगिंग द्वारा किया जाता है, हितग्राही को खाते में मकान निर्माण होने की फोटो भी जियो टैगिंग द्वारा पोर्टल पर अपलोड की जाती है, फिर भी शहरी क्षेत्र के बदले ग्रामीण क्षेत्र में आवास का निर्माण हो गया और राशि भी जारी हो गई। इस पूरे मामले में पीएम आवास योजना के वार्ड प्रभारी की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं , पार्षद धर्मदास बेलवंशी द्वारा मामले को उजागर करने के बाद अब नगर परिषद कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों को स्वीकृत किए गए आवास की जांच की मांग भी उठने लगी है। बताया जा रहा है कि नगर परिषद में पूर्व पार्षद के रिश्तेदार जो कि सरकारी नौकरी में होने के साथ साथ अन्यत्र शहर में पक्का मकान होने के बाद भी आवास स्वीकृत किए गए है, वहीं नगरीय क्षेत्र में ऐसे लोगों को भी पीएम आवास स्वीकृत किए हैं जिनके पूर्व से पक्के मकान बने हुए थे। अब मामले की गंभीरता को लेकर एसडीएम प्रियंका भल्लावी ने जांच कर उचित दंडात्मक कार्रवाई की बात कही है।
इनका कहना है।
हमारे द्वारा जनसुनवाई में पीएम आवास योजना में गड़बड़ी की शिकायत की है, कूट रचित दस्तावेज लगाकर पीएम आवास स्वीकृत किया गया है, और गांव में मकान बनाया गया है। जबकि वास्तविक हितग्राही आज भी परेशान है।धर्मदास बेलवंशी,पार्षद इंदिरा वार्ड सोहागपुर।
जनसुनवाई में पीएम आवास योजना में गड़बड़ी का मामला सामने आया है,मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, गड़बड़ी हुई है तो रिकवरी भी होगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।
प्रियंका भल्लावी एसडीएम, सोहागपुर।





