लखनऊ। यूपी में अखिलेश यादव के कार्यकाल में हुए खनन घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा कदम उठाया है। ईडी ने आईएएस बी चंद्रकला समेत 11 लोगों को समन जारी किया है। इनमें सपा के विधान परिषद सदस्य रमेश मिश्रा भी शामिल हैं।
माना जा रहा है कि ईडी के इस कदम से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इन सभी से अगले हफ्ते से पुछताछ शुरू हो जाएगी। खनन घोटाला में सीबीआई ने बी.चंद्रकला सहित 11 के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है।
उत्तर प्रदेश कॉडर की चर्चित आइएएस अधिकारी बी.चंद्रकला की मुसीबत बढ़ती जा रही है। उत्तर प्रदेश में खनन घोटाला के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने उनको समन जारी किया है। प्रवर्तन निदेशालय (श्वष्ठ) ने कथित उत्तर प्रदेश खनन घोटाले के सिलसिले में हमीरपुर की पूर्व जिला मजिस्ट्रेट बी. चंद्रकला तथा अन्य को समन किया है।
ईडी ने पूछताछ के लिए बी.चंद्रकला को 24 जनवरी को बुलाया है। बी. चंद्रकला से लखनऊ में ईडी के दफ्तर में पूछताछ होगी। समाजवादी पार्टी से एमएलसी रमेश मिश्रा भी इस मामले में आरोपी हैं। रमेश मिश्रा से 28 को पूछताछ होगी।
ईडी ने फिलहाल चार आरोपियों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया है। ईडी यह जांच हमीरपुर वाले मामले में दर्ज सीबीआई की एफआइआर के मुताबिक ही करेगी। ईडी की टीम अवैध खनन से उगाहे गए करोड़ो रूपये की काली कमाई के ठिकाने ढूंढ रही है। ईडी फिलहाल 11 आरोपियों के खिलाफ इस मामले की पड़ताल कर रही है।
सीबीआई ने भी इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर इस मामले में जांच तेज कर दी है। पांच जनवरी को लखनऊ में बी.चंद्रकला के फ्लैट पर छापा मारा गया था। वहां से सीबीआई कुछ कागजात भी लेकर आई थी। सीबीआई की ये छापेमारी खनन से जुड़े घोटाले की जांच के लिए हुई थी। वहां पर सीबीआई ने करीब दो घंटे तक छापेमारी की थी। बी.चंद्रकला पर हमीरपुर में जिलाधिकारी रहने के समय गलत तरीके से खनन पट्टे देने का आरोप है। उत्तर प्रदेश में बी. चंद्रकला बुलंदशहर, हमीरपुर, मथुरा, मेरठ और बिजनौर में जिलाधिकारी रह चुकी हैं। तेलंगाना के करीमनगर जिले की रहने वाली बी.चंद्रकला 2008 की यूपी काडर आईएएस हैं।
हमीरपुर में अवैध खनन के मामले में दो जनवरी को दर्ज एफआईआर में सीबीआई ने बी चंद्रकला को मुख्य आरोपी बनाया है। छापेमारी के दौरान उनके घर से कुछ के साथ एक लॉकर और दो अकॉउंट से जुड़े कागजात मिले हैं। इस प्रकरण में आदिल खान भी आरोपी हैं। तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के दखल से आदिल को खनन की लीज मिली थी। आदिल के दिल्ली के लाजपत नगर व लखनऊ में घर हैं। इस केस में हमीरपुर के मोइनुद्दीन भी आरोपी हैं। सीबीआई के छापा में मोइनुद्दीन के घर से 12.5 लाख कैश, 1.8 किलो सोना मिला था। खनन घोटाला के चौथे आरोपी सपा के एमएलसी रमेश मिश्रा के साथ इनके भाई दिनेश कुमार मिश्रा हैं। पांचवा आरोपी हमीरपुर का माइनिंग क्लर्क राम आसरे प्रजापति, छठा आरोपी अंबिका तिवारी है जो कि रमेश मिश्रा का सारा काम देखता है।
समाजवादी पार्टी की सरकार में अवैध खनन को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गईं थीं। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2016 में यूपी में अवैध खनन की जांच के आदेश दिए थे। यूपी के सात प्रमुख जिलों में अवैध खनन की शिकायत इलाहाबाद कोर्ट को मिली थी. उस दौरान फतेहपुर, देवरिया, शामली, कौशांबी, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, हमीरपुर में अवैध खनन का मामला सामने आया था। हमीरपुर मामले में दो जनवरी,2019 को सीबीआई के डिप्टी एसपी केके शर्मा ने केस दर्ज कराया था।
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