भोपाल. मेरी कोशिश रहेगी कि अपने सहयोगी कर्मचारियों को मोटिवेट करने के लिए एक नया वर्क कल्चर लेकर आऊं। मैं इसकी शुरुआत महिलाओं से करूंगी और यह सुनिश्चित करूंगी कि वे ऑफिस से समय पर घर जाएं। ऐसा करने से वे अपने परिवार का बेहतर ध्यान रख सकेंगी। इसका सीधा असर उनके परिवार पर होगा और ऑफिस में उनकी प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी। यह कहना है भोपाल संभाग की पहली महिला संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव का। गुरुवार को सिटी भास्कर से बातचीत में उन्होंने कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।
हेल्थ चेकअप पर रहेगा फोकस
अक्सर देखने में आता है कि फीमेल्स को चाइल्ड केयर लीव को लेकर परेशानियां आती हैं। मैं इसे पूरी तरह से लागू करूंगी और कोशिश रहेगी कि किसी भी प्रकार से कोई दिक्कत न हो। मैं चाहूंगी फीमेल्स एम्प्लाई के अलावा मेल्स एम्पलाई को भी काम समय पर करने की हैबिट डलवाऊं, ताकि वे भी ऑफिस और घर के बीच संतुलन बना सकें। आमतौर पर सरकारी कर्मचारियों का हेल्थ चेकअप नहीं होता। मैं यह भी सुनिश्चित करूंगी कि सभी कर्मचारियों का हेल्थ चेकअप हो।
बैडमिंटन शुरू किया था
ऑफिस में काम करते वक्त मेरी पूरी कोशिश रहती हैं कि मैं ऑफिस का वातावरण स्ट्रेस फ्री रखूं। मैंने पिछली पोस्टिंग के दौरान आईजी पंजीयन रहते हुए भी अपने डिपार्टमेंट में बैडमिंटन एक्टिविटी शुरू की थी। हालांकि शुरुआत में उतना बेहतर रिस्पाॅन्स नहीं मिला, लेकिन धीरे-धीरे कर्मचारियों का रुझान हुआ और उसके बेहतर नतीजे भी मुझे देखने को मिले। मेरी कोशिश रहेगी कि अब मैं इस एक्टिविटी को नए ऑफिस में शुरू करूं।
बैलेंस रखने के लिए बजाती हूं गिटार
ऑफिशियल वर्क के बीच खुद को बैलेंस रखना भी बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में मैं गिटार और माउथ ऑर्गन का उपयोग करती हूं। ये दोनों इंस्टूमेंट्स मुझे अपना रुटीन बैलेंस रखने में हेल्प करते हैं। वर्क लाइफ को बैलेंस करने के लिए मैं बहुत ज्यादा अवेयर हूं। जब भी खाली समय होता है उस समय माउथ आर्गन बजाना मेरा शौक है। इतना ही नहीं गाना भी गा लेती हूं और इन दिनों में क्लासिकल सिंगिंग सीख रही हूं। खाली समय में बड़ी बेटी ऐश्वर्या द्वारा गिफ्ट किए गए Ukulele (चार स्ट्रिंग का छोटा गिटार) को बजाना भी कल्पना श्रीवास्तव के शौक में शामिल है।
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