देश के 1000 व्यापारियों ने शपथ ली- मिठाई में शक्कर, नमकीन में नमक कम करेंगे

इंदौर नमकीन-मिठाई मैन्यूफ्रैक्चरर्स के नेशनल कॉन्क्लेव के आखिरी दिन देशभर के 1000 से ज्यादा व्यापारियों ने सेहत से जुड़ी एक शपथ ली। व्यापारियों ने कहा कि वे नमकीन और मिठाई को तैयार करने में नमक और शक्कर का उपयोग धीरे-धीरे कम करेंगे, क्योंकि इनका ज्यादा सेवन सेहत के लिए अच्छा नहीं होता।
एफएसएसएआई की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर माधवी दास के आह्वान पर व्यापारियों ने यह कदम उठाया। माधवी ने अपने भाषण में ब्रिटेन का उदाहरण दिया। बताया कि वहां के सभी नमकीन उत्पादकों ने नमक की मात्रा को नमकीन में धीरे-धीरे कम किया है। इससे न केवल उनके उत्पाद हेल्दी हुए हैं, बल्कि उनकी बिक्री भी बढ़ी है।

इस्तेमाल हुआ तेल अब बायोडीजल बनेगा

बायोडीजल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट संदीप चतुर्वेदी ने बताया कि तेल के दाेबारा उपयोग से बचने के लिए एक ऐसा एप और ऑइल मोबाइल वैन तैयार की जा रही है, जो शहर में घूमती रहेगी। एप पर तेल की जानकारी देने पर वैन आ जाएगी। यह सुविधा दो से तीन महीने में ही व्यापारियों को मिल जाएगी।

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नमकीन में पहले के मुकाबले कम नमक डालेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि नमकीन की गुणवत्ता और स्वाद बना रहे।

बाबूलाल जैन, सदस्य, मप्र नमकीन मिठाई निर्माता विक्रेता कल्याण संघ
शपथ ली है तो इसका पालन करेंगे। अब ऐसे ही उत्पाद तैयार करेंगे, जिसमें शक्कर कम हो। उसे खाकर लोग हेल्दी रहें।

मनीष अग्रवाल, सदस्य, मप्र मिठाई एवं नमकीन एसोसिएशन
दिनभर में शक्कर का उपयोग 25 ग्राम होना चाहिए, लेकिन हम 20 गुना तक ज्यादा खा रहे हैं। इसके कारण लीवर फेल होने जैसी बीमारियां होती हैं। नमक का उपयोग 6 ग्राम तक करना चाहिए, लेकिन उसे भी 10 गुना ज्यादा तक खा रहे हैं। इसके कारण ब्लड प्रेशर की बीमारी होती है। नमकीन और मिठाई व्यापारियों का यह कदम काफी सराहनीय है।

मनीष एम जैन, एमडी, मेडिसीन

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