इस्लामाबाद. भारतीय उच्चायोग ने अपने राजनयिकों के उत्पीड़न का मामला पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के सामने उठाया है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से ऐसी रिपोर्ट्स आ रही थीं कि पाक सरकार जानबूझकर राजनयिकों को परेशान करने के लिए उनके घरों की बिजली काट रही है। शिकायतों के बाद भारतीय मिशन ने एक नोट जारी कर पाक को चेतावनी दी है।
क्रिसमस पर काटी गई राजनयिक के घर की बिजली
राजनयिकों के उत्पीड़न का सबसे ताजा मामला 25 दिसंबर का है। क्रिसमस के मौके पर भारत के सेकंड सेक्रेटरी के घर की बिजली शाम 7 से 10:45 बजे के बीच काट दी गई थी। इससे पहले 21 दिसंबर को भी एक राजनयिक के घर की पावर सप्लाई बंद कर दी गई थी।
भारतीय उच्चायोग ने आरोप लगाया है कि 25 दिसंबर को राजनयिक के घर पर कोई फॉल्ट नहीं था, बल्कि जानबूझकर उनके घर की बिजली काटी गई थी। अधिकारियों ने पाक विदेश मंत्रालय से कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि राजनयिकों के साथ भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, क्योंकि इससे अफसरों के परिवार को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
राजनयिकों को नहीं दिए जा रहे गैस और इंटरनेट कनेक्शन
पिछले हफ्ते भी राजनयिकों ने विदेश मंत्रालय से उत्पीड़न की शिकायत की थी। अफसरों का आरोप था कि उन्हें नए गैस कनेक्शन नहीं दिए जा रहे। कई वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों की इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। सुरक्षा में कमी के चलते एक अनजान व्यक्ति भारतीय अफसर के घर में घुस गया था।
उच्चायोग के एक सूत्र ने पिछले हफ्ते ही दावा किया था कि पाकिस्तान में हाईकमीशन की बिल्डिंग और प्रोजेक्ट को पिछले 10 साल से रोका गया है। वहां पहुंचने वाले फर्नीचर और सामान को बॉर्डर पर रोका गया है। साथ ही टेलिफोन कनेक्शन भी नहीं जारी किया गया है। इसके बाद भारत ने इस मामले को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के सामने उठाया है।
इससे पहले नवंबर में भी भारत ने पाकिस्तान के डिप्टी हाई कमिश्नर सैयद हैदर शाह को तलब कर राजनयिकों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाया था। दरअसल, ऐसी रिपोर्ट्स आई थीं कि पाक सरकार भारतीय राजनयिकों को लाहौर में सिख तीर्थयात्रियों से नहीं मिलने दे रहीं, जबकि सभी ने पहले ही पाक विदेश मंत्रालय से अनुमति ली थी।
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