मत्स्य पालकों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए
नवलोक समाचार, होशंगाबाद। कमिश्नर नर्मदापुरम श्री श्रीवास्तव ने गुरुवार को कमिश्नर कार्यालय के सभाकक्ष में ,पशुपालन एवं मत्स्य विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की। कमिश्नर श्री श्रीवास्तव ने संभाग के तीनों जिले में मत्स्य उत्पादन को बढ़ाने तथा मत्स्य पालकों को उच्च स्तरीय परीक्षण उपलब्ध कराने के निर्देश तीनो जिले के सहायक संचालक मत्स्य को दिए। कमिश्नर ने कहा कि मत्स्य पालकों के समूह बनाएं जाए तथा उन्हें देश व प्रदेश के जिन्ह जिलों में अच्छा मत्स्य उत्पादन हो रहा उन स्थानों/ हेचरी का भ्रमण करवाए जाकर मत्स्य उत्पादन की जानकारी दी जाएं। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर तीनों जिले में हर स्तर पर मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जाए तथा लोगों को मत्स्य पालन के लिए प्रेरित करें। बैठक में कमिश्नर श्री सिंह ने बर्ड फ्लू रोग के नियंत्रण एवं शमन के लिए तीनों जिले में शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का गंभीरता से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने कृत्रिम गर्भाधान एवं कृत्रिम गर्भाधान से वत्सोत्पद का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश तीनों जिले के उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं को दिए। कमिश्नर ने कहा कि कड़कनाथ नस्ल के मुर्गो के पालन के लिए निजी पशुपालकों को प्रेरित करने की दिशा में प्रयास किए जाए। उन्होंने मुर्गी पालन की सभी हेचरियों में कुछ कड़कनाथ नस्ल के चूजे उत्पादन के लिए हेचरी संचालकों से चर्चा करने के निर्देश दिए। बैठक में संयुक्त आयुक्त श्री जे सी दोहर सहित पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के संभागीय एवं जिला अधिकारी उपस्थित
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