होशंगाबाद जिले के सोहागपुर में स्टेट हाइवे पर बने शिवालय में शिव पार्वती की आलिंगन बद्ध अद्भुत प्रतिमा स्थापित है। जहाँ महाशिवरात्रि पर विशाल मेले के आयोजन के साथ श्रद्धालु शिव आराधना के लिये पूजन अर्चन करने हजारो की संख्या में पहुचते है। बता दे कि शिव पार्वती की अद्भुत प्रतिमा 11 अगस्त 1961 को खेत जोतते समय हल में फंसकर निकली थी।
महाशिवरात्रि पर होशंगाबाद के सोहागपुर में सड़क किनारे बने शिवालय में हजारों शिवभक्त पूजन के लिये पहुचते है। शिवालय में पूरा पाषाण प्रतिमा स्थापित है जिस में शिव पार्वती आलिंगन मुद्रा में विराजमान है , साथ ही प्रतिमा में शिव परिवार और शिव जी के सभी गण भी बने हुए है। बताया जाता है कि उक्त प्रतिमा हजारो वर्ष पुरानी है, जो शैव कालीन है। शिवालय में विराजित प्रतिमा 11 अगस्त 1961 को नगर के प्रभात चन्द्र तिवारी एडवोकेट के खेत मे हल में फसकर निकली थी , जिसे नगर के लोगो के सहयोग से एक मंदिर बनवा कर प्राण प्रतिष्ठा कर स्थापित कर दी गई। इस प्रतिमा के बारे में कहा जाता है कि प्रतिमा को बनाने वाले कलाकार ने ॐ जय शिव ओंकारा आरती को ध्यान में रखकर प्रतिमा की नक्कासी की होगी । दरअसल शिव पार्वती की प्रतिमा को देखते ही शिव जी की आरती ध्यान में आ जाती है , क्योकि एक ही शिला पर बनी प्रतिमा में पूरा शिव परिवार है। और साथ ही शिव जी के रूपो का भी वर्णन देखने को मिलता है। 1961 से लगातार नगर हनुमान नाका कहे जाने वाले धार्मिक स्थल पर मेले का आयोजन किया जाने लगा है। मन्दिर की पूजन अर्चन और देखरेख का काम वर्षो से निवासरत गणेश शर्मा , गोविंद शर्मा और माखन शर्मा करते आ रहे है।