नवलोक समाचार, होशंगाबाद.
पिछले चार महीने से लगातार होशंगाबाद जिला कलेक्टर शीलेंद्र सिंह शिक्षा के स्तर को सुधारने सहित शैक्षणिक व्यवस्थाओ को कैसे ठीक किया जाए इस विषय पर काम कर रहे है. इसके लिए कलेक्टर शीलेंद्र सिंह स्कूलो का निरीक्षण करने सहित बच्चो के बीच पहुंच कर उनसे उनकी कक्षा के अनुरूप सवाल भी पूछते है.
बता दें कि इन दिनो होशंगाबाद जिला कलेक्टर शीलेंद्र सिंह द्वारा सभी विभागो के साथ साथ शिक्षा विभाग पर फोकस किया जा रहा है, उनके द्वारा लगातार जिले के स्कूलो का दौरा कर बच्चो से उनके विषय अनुसार प्रश्न पूछ कर शिक्षको द्वारा पढाई के स्तर को भी परखा जा रहा है. जो शिक्षक गैर हाजिर मिलते है या शैक्षणिक व्यवस्था में लापरवाही करते पाये जाते है उन्हें दंडित भी किया जाता है. पिछले सप्ताह कलेक्टर शीलेंद्र सिह द्वारा ग्राम पथरई, बांसखापा के स्कूलो को दौरा किया, जहां बच्चो से न तो अंक पढना आया और न ही बच्चो विषय की किताब पढ पाये. ऐसे में जिले की शिक्षा के स्तर पर सवालिया निशान भी लगाना जायज है. अब जिला कलेक्टर शीलेद्र सिह का कहना है कि स्कूलो की हालत सुधरने के लिये समाज और मीडिया को भी सहयोग करना चाहिए, भरपूर वेतन लेने वाले शिक्षको की कायैशैली सहित उनके द्वारा बच्चो को पढाया जा रहा है या नही ये भी समाज को देखना चाहिए. बता दें कि आए दिन कलेक्टर द्वारा जिले के किसी भी ब्लाक में पहुंच कर स्कूलो की गुणवत्ता का परखने का प्रयास किया जा रहा है, उनका शिक्षको से कहना है कि बच्चो का भविष्य संवरेगा तो देश सबरेगा. एक मजदूर का काम करने के घंटो के बदले मिलने वाले मेहनताना और शिक्षको को मिलने वाले वेतन मे तुलना कर कलेक्टर ने बताया कि हम मजदूर पर तो नजर रखते है लेकिन मोटी तन्खा लेकर लापरवाही करने वाले शिक्षको पर नजर नही रख पाते है.