गुमशुदा पिता को तलाश रहे थे बेटे, पुलिस ने बिना बताए दफनाया शव

भोपाल। हमारे पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में कराई गई थी। पुलिस को उनका शव मिल गया था, लेकिन उन्होंने हमें सूचना नहीं दी और शव को दफना दिया था। उधर मैं और मेरे भाई अपने पिता को खोजते रहे।

साहब ! लापरवाह पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। यह कहते कहते हुए इदरीश रो पड़ा। कांग्रेस नगर टीलाजमालपुरा में रहने वाले इदरीश ने मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में एडीएम दिशा नागवंशी को बताया कि उसके पिता मोहम्मद शाकिर खान 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान करने घर से सुबह 8 बजे निकले थे। उसके बाद से लापता थे। उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट टीलाजमालपुरा थाने में दर्ज कराई गई थी। लेकिन पुलिस ने लापरवाही बरती और पिता की खोजबीन नहीं की। इधर, मैं और मेरे दोनों भाई पिता को दिन-रात खोजते रहे।

बीते दिनों हमें पता चला कि ऐशबाग थाना वालों को एक डेडबॉडी मिली थी, जिसे भदभदा विश्राम घाट के पास दफनाया गया है। इसकी जानकारी मर्चुरी से लेकर थाने तक से जुटाई तो पता चला कि पिता की डेडबॉडी को ऐशबाग पुलिस ने दफना दिया है। तब पुलिस वालों ने भी बताया कि पिता की मौत जिंसी के पास पटरियों को क्रॉस करने के दौरान रेल से कटकर हुई थी।

इदरीश ने सवाल उठाया कि से कहा कि जब थाने में गुमशुदगी दर्ज थी तो पुलिस ने हमें पिता का शव क्यों नहीं सौंपा, उसे क्यों दफना दिया? इदरीश ने मांग की कि ट्रेन से कटने पर पिता की मौत का उन्हें उचित मुआवजा भी दिलाया जाए। इस पर एडीएम ने मामले की जांच के लिए एसएसपी व राहत शाखा को प्रकरण भेज दिया है।