कमरे में मिला इकलौते बेटे का शव; पैर बंधे, चेहरे पर पॉलिथीन, गले में लिपटा था दुपट्टा

भोपाल. कोलार रोड स्थित सुमित्रा परिसर में 12वीं कक्षा के एक छात्र की गुरुवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। कमरा अंदर से बंद था। किसी तरह दरवाजा तोड़कर मां अंदर पहुंची तो देखा इकलौते बेटे के चेहरे पर पॉलिथीन बंधी थी, गले में दुपट्टा लिपटा था और पैर कपड़े से बंधे थे। ये खुदकुशी है या कुछ और। इसकी पड़ताल कोलार पुलिस ने शुरू कर दी है।
मूलत: छिंदवाड़ा निवासी 63 वर्षीय परशुराम बागड़े पीएचई विभाग के रिटायर्ड क्लर्क हैं। वे सुमित्रा परिसर में दो बेटियों रुचि व प्राची, पत्नी सुरेखा और 18 वर्षीय इकलौते बेटे भव्य के साथ रहते हैं। भव्य मदर टेरेसा स्कूल में कक्षा 12वीं का छात्र था।

भव्य गुरुवार दोपहर ढाई बजे स्कूल से घर लौटा। पिता इन दिनों गांव गए हैं। मां अपने काम से घर से बाहर थीं, जबकि दोनों बहनें कोचिंग गई थीं। किराएदार बाबूलाल नेे बताया कि शाम करीब साढ़े पांच बजे सुरेखा घर लौटीं तो दरवाजा अंदर से बंद था।

दस्तक के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने किराएदार बाबूलाल व एक महिला की मदद से किसी तरह दरवाजा खोला। देखा कि भव्य अपने बिस्तर पर पड़ा था। उसके चेहरे पर पॉलिथीन और गले में दो दुपट्टे लिपटे थे। पैर भी एक कपड़े से बंधे मिले। उन्होंने चेहरे की पॉलिथीन हटाई, लेकिन तब तक भव्य की सांसें थम चुकी थीं।

अब पीएम रिपोर्ट का इंतजार :
एसपी साउथ राहुल लोढा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटनास्थल देखकर ये खुदकुशी जैसा लगता है, लेकिन अन्य बिंदुओं को भी जांच में शामिल कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकी है।

शव के पास पाउडर चिपका स्टील का गिलास मिला :
सीएसपी भूपेंद्र सिंह के मुताबिक भव्य के शव के पास स्टील का एक खाली गिलास मिला है, जिसके अंदरूनी हिस्से में पीले रंग का कोई पाउडर जैसा पदार्थ चिपका हुआ है। सुरेखा और उनकी दोनों बेटियों ने इस गिलास का इस्तेमाल करने से इनकार किया है। यानी भव्य ने इसमें कुछ पिया होगा। गिलास जब्त कर लिया गया है।