होशंगाबाद जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष से खौफ खा रहें सीएम शिवराज या प्रशासनकि अधिकारियों को कार्रवाई का डर

सीएम के आने के एक दिन पूर्व ही जिला अध्‍यक्ष श्री पटैल को  पुलिस ने किया गिरफ्‍तार

मुकेश अवस्‍थी।

मध्‍य प्रदेश में सत्‍ता से दूर कांग्रेस को मजबूत करने के लिये प्रदेश भर में चंद नेता ही अक्रामक दिखाई दे रहे है, उन्‍ही में से कम उम्र में राजनिति में आकर कांग्रेस के लिये काम करने वाले नेता है पुष्‍पराज पटेल जो कि पिछले सालों से लगातार कांग्रेस के बैनर तले जनसमस्‍याओं को उठाते चले जा रहे है। जिसके चलते होशंगाबाद जिला में वह ऐसा कोई मौका नही चूकते है जो कांग्रेस पार्टी के लिये फायदेमंद हो अभी तक के जितने भी जिला अध्‍यक्ष हुये है उन्‍होंने ए सी में बैठकर राजन‍ि‍ति की है लेकिन पटेल के खातें सर्वाधिक धरना, प्रर्दशन, चक्‍काजाम, आंदोलन और गिरफ्‍तारियां दर्ज है।

   जी हां सांच को आंच क्‍या, एक तरफ सत्‍ताधारी दल के नेता जिनकी हर बात को अधिकारी कर्मचारियों सहित भाजपा के जनप्रतिनिधि सहजता से लेते है। वही दूसरी तरफ पिछले 14 सालो से सत्‍ता से दूर और मृत जैसी हो चुकी कांग्रेस में पिछले 3 सालों से जान आ गई। जितनी मेहनत पुष्‍पराज पटैल ने की है शायद ही किसी जिला अध्‍यक्ष ने की होगी, वर्ष 2014 में नगर पालिका चुनाव के दौरान सोहागपुर और बनखेडी में कडी मेहनत कर दोनो नगर पालिकाओं को कांग्रेस के खातें में की। वही सिवनी मालवा से लेकर बनखेडी तक युवाओ और वरिष्‍ठों के सहयोग से कांग्रेस के लिये काम सतत जारी है, कहना सही होगा कि जिले की सोहागपुर सीट से सुरेश पचौरी ने वर्ष 2008 में गुर्जर समाज से मेहरबान सिंह पटेल को टिकिट दी जो कि जिला अध्‍यक्ष के चाचा है वही वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भी गुर्जर समाज से ही रणवीर पटेल को टिकिट दी लेकिन दोनो ही बार जातिगत समीकरण्‍ा काम न आया और भाजपा ने सीट पर कब्‍जा कर लिया।

  अब शायद सत्‍ता से दूर रहने के दर्द का अहसाश कर चुके पटेल ये समझ चुके है कि जिले की चोरो सीटों पर कांग्रेस के विधायक बनाने के लिये कठोर परिश्रम की आवश्‍यकता है। जिसके चलते अब वे और उनकी टीम मिलकर शिवराज सिंह को घेरने की रणनीति बनाने में जुटे है। जिसके चलते पिछले माह 27 मार्च को सोहागपुर अंत्‍योदय मेले में आये सीएम शिवराज सिंह को काले झंडे दिखाने के प्रयास में पुलिस पटेल को गिरफ्‍तार किया वही 5 अन्‍य कांग्रेसियों को जेल तक भेज दिया था। वही अब इटारसी में सीएम शिवराज के कार्यक्रम के एक दिन पहले ही जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष पुष्‍पराज पटेल सहित उनके एक करीबी नीरज चौधरी को जिला पुलिस और वी आई पी प्रोटेक्‍शन के अधिकारियों ने खुपिया जानकारी के आधार उठा कर पचमढी में नजर बंद कर दिया।

 प्रशासन की इस प्रकार की कार्रवाई से एक तरफ पटेल की छवि आक्रामक और पार्टी के लिये जमीनी मेहनत वाली बनती जा रही है वही सत्‍ता धारी संगठन के लिय इस प्रकार की कार्रवाई से ऐसा प्रतीत होता है जैसे अब प्रदेश के मुखिया होशंगाबाद जिले को लेकर काफी संवेदनशील हो गये है।

    वरिष्‍ठ कांग्रेसियों का कहना है कि पुष्‍पराज पटैल के सामने काफी समय है, जिसके चलते पार्टी उनका उपयोग संगठन को मजबूत करने में ही लेगा। कांग्रेस पार्टी आने वाले चुनाव में श्री पटेल को चुनाव में नही उतारेगी बल्कि उनका उपयोग संग्‍ाठन को मजबूत करने के साथ साथ आगामी लोकसभा चुनाव के लिये भी करेगी।

 

दबी जुबान से विरोध भी

जिले में पिछले 3 सालों से धुआधार काम करने वाले जिला अध्‍यक्ष ने एक तरफ वरिष्‍ठ जनो को साध रखा है लेकिन इटारसी सिवनी मालवा के कांग्रेसी नेता नही चाहते कि पुष्‍पराज पटेल का कद बढे जिसके चलते उनका विरोध भी दबी जुबान से किया जाता आ रहा है। लेकिन कांग्रेस की वर्तमान हाल में जो स्थिति है उसे देखकर ये कहना भी गलत नही होगा कि भाजपा भी विधानसभा चुनावो को लेकर इस बार घबडाई हुई है कहा जा रहा है कि जिले में कांग्रेस और पटेल की मेहनत के चलते सीटों में बदलाव सहित कुछ की‍ टिकिट काट कर जीत का भरोसा देने वालों का तलाश भी कर रही है।