10 किमी दूर बनाया परीक्षा केंद्र – परीक्षार्थी और पालक हो रहे परेशान

परीक्षा केंद्र तक भेजने की न तो सरकारी व्यवस्था की गई और न ही प्रायवेट स्कूल संचालक अपने वाहनों से केंद्र तक छात्रों को छोडऩे तैयार, ग्राम निभौरा के माडल हायर सेंकडरी स्कूल मेें तीन प्रायवेट स्कूलों के छात्रों के लिए बनाया गया परीक्षा केंद्र

नवलोक समाचार, सोहागपुर।

एम पी बोर्ड की वार्षिक परीक्षा शासन द्वारा शुरू कर दी है लेकिन यहां विभागीय अधिकारियों द्वारा नगर से दस किलोमीटर दूर माडल हायर सेंकडरी स्कूल को यहां के आदर्श पब्लिक स्कूल, विवेकानंद पब्लिक स्कूल और सरस्वती शिशु मंदिर के छात्रों के लिए परीक्षा केंंद्र बनाया है जहां तक पहुंचने के लिए कक्षा दसवी और बारहवी के छात्र छात्राऐं परेशान हो रहे है। सुबह से ही परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए भीड़ देखी जा रही है, परीक्षार्थी छात्र या तो अपने परिजनों के साथ पहुंच रहे है, उधर आटों चालक भी निभौरा स्कूल तक छोडऩे का किराया छ: सौ रूपये मांग रहे है। बता दें कि प्राशासन द्वारा बोर्ड परीक्षा कराने की तैयारी भले की हो लेकिन सोहागपुर से 10 किलोमीटर दूर ग्राम निभौरा के माडल स्कूल में केंंद्र बनाकर वहां तक परीक्षा देने वाले छात्रों को पहुंचाने की कोई व्यवस्था नही की गई है जिससे छात्र और पालक परेशान हो रहे है। दरअसल यहां के सीएम राइज स्कूल के डिस्मेंटल होने के चलते विभाग द्वारा माडल स्कूल को केंद्र बनाने की निर्णय लिया गया था, उधर सीएम राइज स्कूल, सिचाई विभाग कालोनी में बने कन्या शाला भवन में संचालित किया जा रहा है जिसे परीक्षा केंद्र नही बनाया गया, जबकि बाबई के सीएम राइज स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। ऐसे में सोहागपुर के निजी स्कूलों के छात्रों के लिए अथवा सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए स्थानीय निजी स्कूलों को केंद्र नही बनाया गया, जिससें अब अव्यवस्था हो रही है, माडल स्कूल निभोरा में नगर के विवेकानंद पब्लिक स्कूल, आदर्श पब्लिक स्कूल सहित सरस्वती शिशु मंदिर का परीक्षा केंंद्र बनाया गया है। उधर सरस्वती शिशु मंदिर में नर्मदांचल पब्लिक स्कूल और कन्या शाला का केंद्र बनाया गया है तो विवेकानंद स्कूल में सीएम राइज के दसवी और बारहवी के परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे है।

प्रायवेट स्कूल नही भेज रहे अपने वाहनो से

बता दें कि निभौरा के माडल हायर सेंकडरी स्कूल में जिन निजी स्कूलों के छात्र परीक्षा दे रहे है, वे अपने छात्रों को निभौरा माडल स्कूल तक अपने स्कूल के वाहनों से नही भेज रहे और नही कोई व्यवस्था की जा रही है। जबकि निजी स्कूलों द्वारा छात्रों से दस माह ही शैक्षणिक शुल्क सहित अन्य गतिविधि की फीस वसूल की जाती है, ऐसे में परीक्षा देे रहे छात्रों के सामने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में परेशानी हो रही है। बता देें कि निभौरा माडल स्कूल में विवेकानंद पब्लिक स्कूल, आदर्श पब्लिक सहित सरस्वती शिशु मंदिर के छात्रों के लिये परीक्षा केंद्र बनाया गया है,तीनों प्रायवेट स्कूलों के पास वाहन भी उपलब्ध है।

इन स्कूलों को नही बनाया गया केंद्र

नगर में छात्रों की संख्या को देखते हुए प्रशासन द्वारा निभौरा स्कूल का चयन तो किया गया लेकिन यहां पर्याप्त सुविधाओं वाले नर्मदांचल पब्लिक स्कूल राम प्रसाद वार्ड और आदर्श पब्ल्कि स्कूल को बोर्ड परीक्षा के लिये केंंद्र नही बनाया गया, जबकि दोनो ही प्रायवेट स्कूलों में सभी सुविधाये है और 500 छात्रों के बैठने की व्यवस्था भी है। माडल स्कूल तक नही है मार्ग, साफ सफाई भी नही निभौरा के माडल स्कूल मेें परीक्षा देने पहुचने वाले परीक्षार्थीयों को वहां तक पहुंचने में परेशानी हो रही है, पालकों को कहना है निभौरा तक पहुंचने के लिए दोनो मार्ग से रेल्वे फाटक बीच में पड़ता है फाटक बंद होने से शाला तक पहुंचने में देरी होने की संभावना भी बनी रहती है, साथ ही निभौरा नहर की पुलिया से लेकर स्कूल तक सड़क नही है और सड़क सकरी है जिसके चलते वहां पहुंचने में परेशान होना पड़ रहा है, उधर माडल स्कूल में परीक्षा देने पहुंचेे परीक्षार्थियोंं का कहना है कि शाला में न तो साफ सफाई है और न ही जैसा शाला का नाम है वैसा वहां का वातावरण है, पानी की पर्याप्त व्यवस्था भी माडल स्कूल में नही है।

इनका कहना है – हमारे द्वारा परीक्षा केंद्र तक छात्रों को पहुंचाने की व्यवस्था नही की जाती है, वे अपने साधन से केंद्र तक पहुंचे, पिछले साल व्यवस्था की गई थी। छात्र-छात्राओं को लाने ले जाने में रिश्क होती है।

अनिल गहरैया , संचालक विवेकानंद पब्लिक स्कूल सोहागपुर।

निजी स्कूलों के संचालकों को बच्चों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने की व्यवस्था करना उनकी जिम्मेदारी है, मै स्कूल संचालकों से बात करता हूं। परीक्षा केंद्र वहां के स्थानीय अधिकारियों की रिर्पोट के आधार पर बनाये जाते है बीईओ, बीआरसी, एसडीएम ओर जनपद सीईओ द्वारा जो प्रतिवेदन भेजा जाता है उसके अनुसार परीक्षा केंद्र बनाए जाते है।

एस पी एस विसेन , जिला शिक्षा अधिकारी नर्मदापुरम।