प्रभारी प्रचार्य की करतूत, परिवार के लोगो दिया लाभ

नवलोक समाचार, सोहागपुर।
यहां शासकीय कन्या शाला में पदस्थ रहे प्रभारी प्रचार्य सुरेश चौधरी ने पद का दुरुपयोग करते हुए आर्थिक लाभ अर्जित किया है। उन्होंने जिला मुख्यालय सहित भोपाल आने जाने के लिये बेटे के नाम से स्वयं की बोलेरो वाहन के बिल लगाकर राशि निकाली है। उधर कम्प्यूटर खरीदी के दौरान भी स्वयं के निजी खाते में शाला का चेक काट कर जमा किया है और वेंडर को नगद भुगतान किया है।

प्रभारी प्रचार्य के पद पर रहते खुद के वाहन के निकले गए बिल
बता दे कि कन्या शाला के प्रभारी प्रचार्य सुरेश चौधरी की मनमानी के चलते उन्होंने पीटीए खाते को खाली कर दिया, उनके द्वारा खरीदी गई सामग्री को लेकर अब भौतिक सत्यापन की मांग उठ रही है। सुरेश चौधरी हाल फिलहाल सस्पेंड चल रहे है, लेकिन उनके द्वारा किये गए कई गलत कार्यो की जांच अभी शेष है। चौधरी ने प्रचार्य पद पर रहते हुए खुद की बेटी धनेश्वरी को बिना पैनल के अतिथि शिक्षक नियुक्त किया तो बेटे योगेश चौधरी के नाम से बोलेरो वाहन का किराया चौधरी संस् ट्रेवल्स फर्म के बिल लगाकर निकाल लिया। वही सुरेश चौधरी द्वारा शाला में पानी की टँकी और पाइप लाइन फिटिंग में भी बाजार मूल्य से अधिक की राशि का भुगतान किया है , बताया जा रहा है भोपाल की किसी फर्म से खरीदे गए कम्प्यूटर का भुगतान भी नगद किया गया

है बाद में 65 हजार रुपये का चेक क्रमांक 858534 दिनांक 07/10/2022 स्वयं के नाम का काट कर राशि निजी खाते में ट्रांसफर की गई है जो आर्थिक हेराफेरी के दायरे में आती है। सूत्रों का कहना है कि सस्पेशन काल मे सुरेश चौधरी को जे डी कार्यालय में अटैच किया गया है, जिसके चलते जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाबुओं की मिलीभगत से बहाली के प्रयास किये जा रहे है, जबकि सुरेश चौधरी के ऊपर गम्भीर आरोप है , जिनमें अभी आर्थिक अनियमितता की जांच और भौतिक सत्यापन बाकी है। चर्चा इस बात की है कि डीईओ कार्यालय द्वारा जांच दल बनाया गया था जो एक सोची समझी रणनीति के तहत शाला के उन शिक्षकों से अभिमत लेने आया था जिनका शिकायत से कोई तालुक नही है।

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