सत्येंद्र फौजदार को हटाकर पुष्पराज पटेल को जिला अध्यक्ष बनाये जाने के बाद राजनीति गरमा गई है। बताया जा रहा है कि विधानसभा टिकिट के दावेदारों ने ही पुष्पराज पटेल की ताजपोशी करवाई है।
मुकेश अवस्थी।
जिले के दबंग , निडर और मंच से विपक्ष और प्रशासन को सीधे चुनोती देने में महारत हासिल कर चुके पुष्पराज पटेल को दूसरी बार कांग्रेस पार्टी ने जिला अध्यक्ष मनोनीत किया है। अंदरखाने से जानकारी मिली है कि श्री पटेल लगातार मेहनत कर अब विधानसभा की टिकट चाह रहे है उन्हें रोकने पार्टी के एक धड़े ने उन्हें जिला अध्यक्ष पद की ताजपोशी करवा दी है।
15 महीने की सरकार चलाकर बैकफुट पर आई कांग्रेस पार्टी ने 32 जिलो के अध्यक्ष को चुनाव के पहले बदल दिया। नर्मदापुरम (होशंगाबाद) जिले में पार्टी ने पिछले चुनाव में चारो सीटे गवा दी थी, अब उम्मीद है कि 2 सीट तो जीत जाए। जिले में सक्रिय नेताओं की कमी नही है लेकिन जिला अध्यक्ष पद पर सत्येंद्र फौजदार असफल साबित हुए है।
सोहागपुर के निवासी पुष्पराज पटेल पूर्व में भी जिला अध्यक्ष रह चुके है, अब कमलनाथ ने फिर एक बार उनपर विश्वास किया है। लेकिन सवाल उठ रहे है कि क्या श्री पटेल पर कमलनाथ ने विश्वास किया है या टिकिट के दावेदारों ने कमलनाथ को विश्वास में लेकर पटेल को जिला अध्यक्ष बनवाया है। बहरहाल पुष्पराज पटेल की कार्यशैली शुरू से आक्रामक रही है , पार्टी के लिये वे झंडाबरदार से कम नही है , 2014 के नगरीय निकाय चुनावों में उनकी मेहनत से ही बनखेड़ी और सोहागपुर जीत पाए थे। 2018 कि विधानसभा चुनाव में उन्होंने टिकिट की चाह रखी थी लेकिन सुरेश पचौरी के नजदीकी और पिपरिया से पूर्व विधायक अर्जुन पलिया के पुत्र सतपाल पलिया को पार्टी ने टिकट दिया , चुनाव हारने के बाद पटेल और उनके साथियों पर चुनाव हराने के आरोप लगे। जिसके बाद अब टिकिट की चाह रखने वाले भले ही एकसाथ मंच साझा करें लेकिन कशक आज भी बरकरार है।
दरअसल सोहागपुर विधानसभा में सतपाल पलिया पुनः दावेदारी कर रहे है उधर पूर्व विधायक सविता दिवान शर्मा के लिये भी 2023 का चुनाव उनके राजनीतिक जीवन की दिशा और दशा करेगा, सविता दिवान टिकट की प्रबल दावेदार है उनके समर्थक भी सक्रिय है। लेकिन गुटबाजी के चलते मनभेद भी बरकरार है , बताया जा रहा है कि पार्टी इस चुनाव में ब्राह्मण चेहरा या कोई नये चेहरे की तलाश में है। जिसके चलते सविता दिवान शर्मा , सतपाल पलिया की तैयारी तो है , वही बताया जा रहा है कि सोहागपुर के हर गोविंद पुरविया भी दावेदारी करेंगे , कांग्रेस पार्टी में यदि पुराने नेताओ में सामंजस्य नही बना तो नए चेहरे को टिकिट देने में देरी नही होगी।
सूत्रों का कहना है कि पुष्पराज पटेल ने जिले में कांग्रेस को जिंदा रखा है , सर्वाधिक धरने प्रदर्शन चक्काजाम आदि उनके खाते में , राजनीतिक मुकदमे भी जिले भर में सर्वाधिक श्री पटेल के नाम दर्ज है। ऐसे में उनके समर्थक भी उन्हें निर्वाचित देखना चाहते हैं। लेकिन खुद की रोटी सेंकने की नीयत के चलते विधानसभा चुनावों के पहले पटेल को जिला अध्यक्ष की कमान सौपी जाना संसय पैदा करती है। अंदरखाने से मिली खबर के चलते यदि पटेल को टिकट नही मिलती है तो वे एन वक्त पर कोई निर्णय ले सकते है जो किसी उम्मीदवार के समर्थन सहित अन्य कुछ भी हो सकता है।
बहरहाल यदि पुष्पराज पटेल को यदि पार्टी ने जिम्मेदारी दी है तो वे पार्टी की गतिविधियों सहित टिकिट वितरण में भी निष्पक्ष राय पार्टी आलाकमान के समक्ष रखेंगे।