खेत समतलीकरण के नाम पर ग्राम भौखेड़ी खुर्द में निजी खेतो में खनन माफिया ने हजारों डंफर मिटटी का किया उत्खनन, ग्रामीणों के खेतों से रातोंरात मिटटी खोदकर कर दिया 10 फुट गहरा गडडा
नवलोक समाचार, सोहागपुर/ नर्मदापुरम।
यहां की ग्राम पंचायत मोकलवाड़ी के ग्राम भौखेड़ी खुर्द में खनन माफिया ने निजी खेतो से समतलीकरण की आढ़ में हजारों डंफर मिटटी का उत्खनन कर डाला, जिसके बाद ग्रामीणों के खेत 10 से 15 फिट गहरे हो गये है। खनन माफिया ने उक्त मिटटी को खोदकर ग्राम झिरमटा के आसपास बन रहे वेयर हाउसों में भराव के लिए डंप कर दिया है। अब मोकलवाड़ी के सरपंच सुरेंद्र सिंह लामबंद हो गए है, खनन करने वालो की शिकायत अब प्रशासनिक अधिकारियों से की जायेगी।[ http://www.navloksamachar.in/?p=12677 ]
बता देंं कि क्षेत्र में रेत का अवैध उत्खनन जमकर बेरोकटोक किया जा रहा है, अवैध उत्खनन को लेकर शोभापुर क्षेत्र के एक भाजपा कार्यकर्ता का नाम भी चर्चा में है। जानकारी के चलते सोहागपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम झिरमटा में पिपरिया के लोगो के वेयरहाउसो का निर्माण किया जा रहा है, जिसके निर्माण में लगने वाली रेत का उत्खनन झिरमटा और मोकलवाड़ी की नदियों से खुलेआम किया जा रहा है, तो वेयरहाउसों के पुराव के लिए मिटटी भी उठाई जा रही है, मिटटी उठाने को लेकर भी सोहागपुर के राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आ रही है।
ग्राम पंचायत कि एनओ सी के बिना निजी खेतो को समतली करण के नाम पर जे सी बी मशीनों से खेतों को खोदकर हजारों डंफर मिटटी निकाल कर वेयरहाउसों में डंप कर दी गई है। बताया जा रहा है कि ग्राम भौखेड़ी में मोहन शर्मा नामक व्यक्ति के खेत को समतल करने के नाम पर सोहागपुर तहसील कार्यालय से अनुमति ली गई और जे से बी मशीन से खेतों को 10 से 15 फिट तक गहरा खोद दिया गया है, ग्राम भौखेड़ी मोहन शर्मा द्वारा उसके निजी खेत से मिटटी का उठाव कराया जा रहा था, जिसके साथ ग्राम की हीरा वाई पटेल द्वारा उसकी भूमि मोहन शर्मा के खेत में दबी होने की शिकायत की गई, जिसके बाद राजस्व विभाग द्वारा सीमांकन किया गया जिसके बाद महिला के खेत का रकवा मोहन शर्मा के खेत में निकल गया। जिसके बाद ग्राम पंचायत के सरपंच सुरेंद्र पटेल ने मिटटी के उत्खनन की शिकायत की है, ग्रामवासियों द्वारा क्षेत्र में खेत समतलीकरण के नाम पर किये जा रहे उत्खनन की शिकायत एसडीएम सहित जिला कलेक्टर से भी की जा रही है।
पंचायत की कार्रवाई संदेह के घेरे में
ग्राम पंचायत मोकलवाड़ी और परिसीमन के पूर्व ग्राम पंचायत रानी पिपरिया की कार्यशैली संदेह के घेरे में है, इन दोनों ही पंचायत के क्षेत्र से रेत और मिटटी का अवैध उत्खनन बेरोकटोक किया गया है। बता दें कि पंचायत क्षेत्र में किसी प्रकार के निर्माण कार्य की अनुमति और एनओसी पंचायत से लिया जाना अनिवार्य है, साथ ही पंचायत क्षेत्र में होने वाली अवैध गतिविधियों की शिकायत और लिखित सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी जाना अनिवार्य है। लेकिन पंचायत द्वारा किसी भी अधिकारी को लिखित शिकायत नही दी गई, पंचायत क्षेत्र के लोगो का कहना है कि सरपंच सुरेेंद्र पटैल की सहमति से ही मिटटी का उत्खनन किया जा रहा था, जब सरपंच के परिवार की महिला हीरा वाई पटेल के खेत से मिटटी का उत्खनन पाया गया तब जाकर सरपंच खनन करने वालो की खिलाफत करने लगे है।